गलतफहमी में है पाकिस्तान, भारत के पास भी है एटम बम : असदुद्दीन ओवैसी

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच शनिवार को हैदराबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को स्पष्ट लहजे में कहा कि वे एटम बम की बात न करें। क्योंकि हमारे पास भी एटम बम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आप अजीब-अजीब बातें करना बंद करिए और जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयब्बा को खत्म कीजिए। ओवैसी ने कहा इमरान खान को कहा कि 'पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम टीपू सुल्तान की बात किए। ओ हो अब्बा। टीपू सुल्तान हिंदुओं के दुश्मन से नहीं थे। वह उनके सल्तनत के दुश्मन थे, चाहे हिंदू हो या कोई मजहब के हों। जरा ये भी पढ़ लो। आप अपनी असेंबली में बैठकर टीपू सुल्तान और बहादुर शाह जफर की बात करते हैं। ये अजीब अजीब बातें करते हैं। एटम बम, फुलां बम।.. यहां नहीं है? यहां नहीं है क्या? मगर क्या बात है। आप जरा जैश-ए-शयातीन और लश्कर-ए-शयातीन को खत्म करो।'

इसके बाद ओवैसी भाजपा पर भी हमला बोला। ओवैसी ने कहा कि मेरे मुसलमान होने पर शायद तुम्हें शक होगा कि ये वफादार है या एंटी नेशनल , मगर सुनो मेरी एक बात को। अगर बीजेपी यह कह रही है कि मेरा बूथ सबसे मजबूत तो मैं कह रहा हूं मेरी सरहद मजबूत तो मेरा देश मजबूत। पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करते हुए ओवैसी ने कहा था कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। इस हमले का संबंध पाकिस्तान से है। पाकिस्तानी सरकार, पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की योजना के अनुसार इस हमले को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हमारे 40 जवानों की हत्या की है और उसकी जिम्मेदारी ली है, वे जैश-ए-मोहम्मद नहीं जैश-ए-शैतान हैं। उन्होंने आगे कहा कि 'मोहम्मद का सैनिक किसी व्यक्ति की हत्या नहीं करता, वह मानवता के प्रति दयालु है। तुम जैश-ए-शैतान, जैश-ए-इबलीस हैं। मजूद अजहर, तुम मौलाना नहीं हैं, तुम शैतान के शिष्य हो। यह लश्कर-ए-तैयबा नहीं है, यह लश्कर-ए-शैतान है।'

बता दे, 14 फरवरी को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था। इस काफिले में करीब 78 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे। उसी दौरान बाईं ओर से ओवरटेक कर विस्फोटक से लदी एक कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी। आतंकवादी ने जिस कार से टक्कर मारी थी, उसमें करीब 60 किलो विस्फोटक थे। इसकी वजह से विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।