कश्मीर पर राहुल गांधी का बयान, पाकिस्तान का तंज - आपकी राजनीति की सबसे बड़ी समस्या कंफ्यूजन

जम्मू-कश्मीर पर भारत सरकार के फैसले पर विपक्षी दलों के बयानों का पाकिस्तान अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहा है। राहुल गांधी के बयान का हवाला देते हुए पाकिस्तान ने कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखकर बताने की कोशिश की है कश्मीर में स्थितियां खराब हैं। कश्मीर पर पाकिस्तान द्वारा राहुल गांधी के बयान का जिक्र होने पर भारत में सियासत गरमा गई है। जैसे ही मामला तूल पकड़ने लगा रो राहुल गांधी ने पाकिस्तान की इस हरकत पर नाराजगी जताते हुए कहा कि कश्मीर में हिसा के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है। राहुल ने बुधवार को कहा कि 'मैं इस सरकार से कई मुद्दों पर असहमत हूं, लेकिन, मुझे यह पूरी तरह स्पष्ट करना चाहिए कि कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है और इसमें पाकिस्तान या किसी अन्य विदेशी देश की ओर से हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।' राहुल ने कहा कि 'जम्मू-कश्मीर में हिंसा हुई है क्योंकि इसे पाकिस्तान उकसा रहा है और इसका समर्थन कर रहा है। पाकिस्तान को दुनिया भर में आतंकवाद का प्रमुख समर्थक माना जाता है।'

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला ने कहा कि पाकिस्तान ने राहुल गांधी के नाम का गलत इस्तेमाल किया, ताकि वह अपने झूठ को सही ठहरा सके। रणदीप सुरेजवाला ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से राहुल गांधी के बारे में गलत सूचना दी गई है। दुनिया में किसी को संदेह नहीं है कि जम्मू, कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं और हमेशा बने रहेंगे। पाकिस्तान की शैतानी से यह सच नहीं बदलेगा। इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि हम कश्मीर मसले पर मोदी सरकार के साथ हैं।

कश्मीर पर कांग्रेस सांसद के बयान के बाद पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद हुसैन ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। फवाद हुसैन ने अपने ट्वीट में कहा, 'आपकी राजनीति की सबसे बड़ी समस्या कंफ्यूजन है। आपका रुख वास्तविकता के करीब होना चाहिए। आपको अपने दादा की तरह दिखना चाहिए जो कि भारत के धर्मनिरपेक्षता एवं उदारवादी सोच के प्रतीक थे।' फवाद ने अपने इस ट्वीट के साथ एक शेर भी लिखा है।

दुनिया की नजरों में कश्मीर मुद्दे को लाने के लिए पाकिस्तान लगातार अपने हाथ-पांव मार रहा है। वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि कश्मीर में स्थितियां नियंत्रण से बाहर है और वहां के लोगों पर भारत सरकार अत्याचार कर रही है। उसने अपने कब्जे वाले कश्मीर में एसएसजी कमांडो की तैनाती की है और नियंत्रण रेखा के समीप अपनी फौज को युद्ध के लिए तैयार रखा है। पाकिस्तान दुनिया को वह बताना चाहता है कि कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान युद्ध की तरफ बढ़ रहे हैं और दुनिया को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। हालांकि पाकिस्तान के इस झांसे में दुनिया का कोई देश नहीं आया है और लोग उसकी गीदड़भभकी को अच्छी तरह समझ रहे हैं। इतना सबकुछ करने के बावजूद पाकिस्तान के हाथ कुछ नहीं लग रहा है। G7 समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान के साथ उनके सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं और किसी तीसरे देश को इसमें हस्तक्षेप करने की ज़रूरत नहीं है।