भरतपुर : REET पेपर से पहले लड़की के साथ हुआ हादसा, सेंटर में कराई गई लेटकर पेपर देने की व्यवस्था

राजस्थान में आज रविवार को हजारों परीक्षा केंद्र पर लाखों अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी हैं। लेकिन इससे जुड़ा एक अनोखा मामला सामने आया भरतपुर से जहां एक अभ्यर्थी ने सेंटर में लेटकर पेपर दिया जिसके लिए सेंटर ने समुचित व्यवस्था की। यह मामला रूपवास स्थित एक सेंटर का है। कामां की रहने वाली माधवी गोयल के साथ 5 सितंबर को हादसा हो गया था। माधवी ने बताया की वह पेपर की काफी समय से तैयारी कर रही थी। इस बीच हादसा हो गया। बेड रेस्ट के दौरान भी माधवी ने पढ़ाई नहीं छोड़ी। वह दिव्यांग बच्चों के लिए एक अच्छी अध्यापक बनना चाहती है। माधवी अपनी मां संगीता गोयल के साथ सेंटर पर पहुंची। उनके साथ रिश्तेदार राकेश अग्रवाल भी थे। परमिशन मिलने के बाद माधवी जिस गाड़ी में आई उस गाड़ी को सेंटर के अंदर ले जाया गया। अन्य अभ्यर्थियों के साथ उसी कमरे में माधवी के लिए बेड की व्यवस्था की गई थी, जहां उसने लेट कर पेपर दिया।

लड़की को छत पर बंदर ने धक्का दे दिया था। वह नीचे गिरी और गंभीर रूप से घायल हो गई थी। माधवी की रीढ़ की हड्डी और हाथ-पैरों में चोटें आई थीं। वह पहले से ही REET की तैयारी कर रही थी। हादसे के बाद माधवी के पिता सुभाष चंद गोयल और उसकी मां संगीता गोयल ने उसे पेपर देने से मना किया, लेकिन माधवी जिद पर अड़ गई। उसने बेड पर ही लेटे-लेटे पेपर की तैयारी शुरू की। माधवी का सेंटर भरतपुर जिले के रूपवास थाना इलाके के श्री गुरु माधवानंद प्रतिभा महाविद्यालय में पड़ा। माधवी का पेपर दूसरी पारी में था। वह उठ-बैठ नहीं सकती है। इस स्थिति में माधवी के परिजनों ने कलेक्टर हिमांशु गोयल से परमिशन ली थी। ताकि वह लेट कर परीक्षा दे सके। शनिवार शाम को माधवी को पेपर देने की अनुमति मिली।