नसीरुद्दीन शाह के बयान पर बोले अनुपम खेर- और कितनी ज्यादा आजादी चाहिए

बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह द्वारा देश में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले बयान को लेकर शनिवार को भी बहस जारी रही। वाराणसी पहुंचे अभिनेता और भाजपा समर्थक अनुपम खेर ने इस बयान को लेकर नसीरुद्दीन शाह पर पर तंज कसा है, उन्होंने कहा अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है। दरअसल अनुपम ने शहर में बाबा विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और पूजन किया। खेर ने मीडिया से कहा, "मैं पिछले 5-6 महीनों से न्‍यूयार्क में एक इंग्लिश सीरीज में काम कर रहा था। भारत लौटा तो बाबा के दर्शन की इच्छा हुई और आ गया यहां।" नसीरुद्दीन शाह के बयान पर उनकी ही एक फिल्म 'अलबर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है' का नाम ले लिया। उन्होंने कहा, "हमारे देश में किसी को कुछ भी कहने की आज़ादी है। आप जो कहना चाहें कह सकते हैं। जिसे जो कहना है कह सकता है। भारत में आप सेना को कुछ भी बोल सकते हैं। एयर चीफ मार्शल को भला बुरा कहते हैं और सेना पर पथराव कर सकते हैं। तो इससे ज्यादा आज़ादी आप को कहीं नहीं है।" उन्होंने सिनेमा टिकट पर जीएसटी के भार को कम करने पर खुशी जाहिर की है। उनका कहना है कि भारतीय सिनेमा का आज सबसे ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि जिन टिकटों पर 18 प्रतिशत जीएसटी था, वो 12 प्रतिशत और जिनपर 28 प्रतिशत था उन्हें 18 प्रतिशत कर दिया गया है, इससे बड़ी बात क्या होगी।

नसीरूद्दीन शाह के बयान के बाद भाजपा सरकार के मंत्री भी अपने बचाव में उतरे हैं। केंद्रीय मंत्री मुख्तार नकवी ने शनिवार को कहा कि देश के डीएनए में सहिष्णुता होने के कारण वरिष्ठ अभिनेता के बच्चे को डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि तिल का ताड़ बनाया जा रहा है। नकवी ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि उनकी भावनाएं सही हो सकती हैं लेकिन उनके शब्दों का संभवत: गलत मतलब निकाला गया और तिल का ताड़ बनाया गया। भारत एक सहिष्णु देश है। सहिष्णुता और भाईचारा देश के डीएनए में है। इस मजबूत विरासत को नष्ट करने में कोई भी सफल नहीं हुआ।' साथ ही उन्होंने कहा, 'उनको बच्चे (शाह के) डरने की जरूरत नहीं है। देश संविधान के आधार पर आगे बढ़ रहा है और एक लोकतांत्रिक देश में किसी को डरने की जरूरत नहीं है।'

बता दें, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने प्रत्यक्ष तौर पर हाल ही में भीड़ द्वारा की गई हिंसा का हवाला देते हुए कहा था कि कई जगहों पर एक गाय की मौत को एक पुलिस अधिकारी की हत्या से ज्यादा तवज्जो दी गई। अभिनेता ने अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई। उनका कहना है कि उन्होंने अपने बच्चों को किसी खास धर्म की शिक्षा नहीं दी है। शाह 'कारवां-ए-मोहब्बत इंडिया' द्वारा किए गए वीडियो साक्षात्कार में यह टिप्पणी कर रहे थे। इस संगठन ने सोमवार को यूट्यूब चैनल पर यह वीडियो पोस्ट किया है।

अभिनेता का कहना है कि ‘जहर फैलाया जा चुका है' और अब इसे रोक पाना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, ‘इस जिन्न को वापस बोतल में बंद करना मुश्किल होगा। जो कानून को अपने हाथों में ले रहे हैं, उन्हें खुली छूट दे दे गई है। कई क्षेत्रों में हम यह देख रहे हैं कि एक गाय की मौत को एक पुलिस अधिकारी की मौत से ज्यादा तवज्जो दी गई।' शाह ने कहा कि स्थिति जल्द सुधरने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि वह डरे हुए नहीं हैं बल्कि गुस्से में हैं। उन्होंने कहा, ‘ मैं अपने बच्चों के लिए चिंतित हूं क्योंकि कल को अगर भीड़ उन्हें घेरकर पूछती है, ‘‘ तुम हिंदू हो या मुसलमान?' तो उनके पास इसका कोई जवाब नहीं होगा। यह मुझे चिंतित करता है और मुझे नहीं लगता कि इन हालात में जल्द कोई सुधार होगा।'