शिमला। हिमाचल प्रदेश में मस्जिदों के अवैध निर्माण और प्रदर्शनकारियों पर हाल ही में पुलिस की कार्रवाई के विरोध में शनिवार को दो घंटे के बंद के कारण कई शहरों में दुकानें बंद रहीं।
विहिप और विभिन्न व्यापारिक समूहों द्वारा सुबह 11 बजे तक बंद के आह्वान के बाद बिलासपुर, कुल्लू, चंबा, हमीरपुर, पांवटा साहिब और अन्य स्थानों पर कुछ हिंदू संगठनों ने विरोध मार्च निकाला। शिमला में इसका ज्यादा असर नहीं दिखा क्योंकि व्यापार मंडल ने गुरुवार को ही बंद का आह्वान कर दिया था।
प्रदर्शनकारियों ने हमीरपुर और चंबा शहरों में बंद के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ भी किया और नारे लगाए।
विहिप पदाधिकारियों ने बताया कि यह विरोध शिमला में मस्जिद के एक हिस्से के अनाधिकृत निर्माण और मंडी में मस्जिद द्वारा सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के अलावा बुधवार को शिमला में हिंदू समूहों के प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और शुक्रवार को मंडी में प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारों के इस्तेमाल के खिलाफ था।
प्रदर्शनकारी राज्य में रहने वाले बाहरी लोगों के सत्यापन की भी मांग कर रहे हैं।
मनाली व्यापार मंडल के महासचिव रजनीश ने कहा, मनाली व्यापार मंडल ने दो घंटे तक दुकानें बंद रखीं।
डलहौजी में भी दुकानें बंद रहीं। डलहौजी के एक दुकानदार ने कहा कि बाहरी लोगों का उचित सत्यापन किया जाना चाहिए और अतिक्रमण करने वालों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए।
बुधवार को शिमला शहर के संजौली इलाके में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में चार पुलिसकर्मियों सहित दस लोग घायल हो गए और पुलिस ने 50 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
विहिप के प्रदेश अध्यक्ष केशव वर्मा ने कहा, चंबा में मुसलमानों द्वारा कानून अपने हाथ में लेने की कई घटनाएं हुई हैं और हम लंबे समय से बाहरी लोगों के सत्यापन की पुरजोर वकालत करते रहे हैं।
विहिप के राज्य सह सचिव पंकज भारतीय ने कहा, विहिप हिंदुओं और स्थानीय लोगों के अधिकारों के लिए लड़ती रहेगी तथा फर्जी आधार कार्ड वाले अन्य राज्यों के लोगों को अपने हितों को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं देगी।
उन्होंने आरोप लगाया, हमीरपुर सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई अनधिकृत मस्जिदें बन गई हैं। हमीरपुर के व्यापार मंडल प्रमुख अनिल सोनी ने कहा कि व्यापारी स्थानीय लोगों के हितों का समर्थन कर रहे हैं और वे उन लोगों की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो बिना किसी वैध दस्तावेज और बिना कर चुकाए अपना माल बेच रहे हैं।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की थी और कहा था कि पर्यटकों का स्वागत है।
उन्होंने कहा था, मैं सभी से शांति बनाए रखने और भड़काऊ बयान न देने की अपील करता हूं। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। हम सभी का सम्मान करते हैं। हिमाचल की धरती सभी धर्मों का सम्मान करती है।