चीन की कंपनियों पर अमेरिका ने लगाए गंभीर आरोप, लोगों के पते व नंबर भेज रहे अपनी सरकार को

अमेरिका और चीन के बीच बयानी जंग लंबे समय से चल रहा हैं। कभी चीन द्वारा अमेरिका पर आरोप लगाए जाते हैं तो कभी अमेरिका द्वारा चीन पर। ऐसे में अब अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो द्वारा चीन की कंपनियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा गया हैं कि अमेरिका में कारोबार करने वाली चीनी कंपनियां चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी को सीधे डाटा भेज रही हैं। जो कि नागरिक की निजता और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला हैं।

पोम्पियों ने रविवार को फॉक्स न्यूज से कहा कि अमेरिका में कारोबार कर रही टिकटॉक और वीचैट जैसी तमाम चीनी कंपनियां डाटा सीधे चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी को ट्रांसफर कर रही हैं। इस डाटा में लोगों के घरों के पते, फोन नंबर और उनके दोस्तों के बारे में जानकारी हो सकती है। इन मसलों को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सुलझाने जा रहे हैं। यह अमेरिकी नागरिकों की निजता का मुद्दा है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने जुलाई में भी कहा था कि ट्रंप प्रशासन निजता चिंताओं को लेकर टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने का विचार कर रहा है।

कई अमेरिकी सांसद भी यह आशंका जता चुके हैं कि चीन टिकटॉक के जरिये राष्ट्रपति चुनाव में दखल दे सकता है। इस वजह से ट्रंप ने इस एप को बैन करने की बात कही है। उधर अब इस एप को माइक्रोसॉफ्ट को बेचने की बातचीत चल रही है। जिसकी वजह से बैन करने पर रोक लग जाने की बात सामने आई थी। मगर ट्रंप किसी भी तरह से इस कंपनी का स्वामित्व बदले जाने के बाद भी इसको चलने देने के पक्ष में नहीं हैं। बता दें कि ट्रंप भी इस मुद्दे पर चीन के खिलाफ बोलते रहे हैं।