पुलवामा हमलाः अमेरिका ने आतंकवादी हमले की निंदा की, कहा - आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार के साथ है

शुक्रवार को अमेरिका ने जम्मू एवं कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा (Pulwama Blast) में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए सभी देशों से आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह और समर्थन नहीं देने की अपील की। यह हमला पाकिस्तान (Pakistan) स्थित आतंकवादी संगठन जैश ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) ने किया है। बृहस्पतिवार को हुए हमले में केंद्रीय आरक्षित पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। सीआरपीएफ (CRPF) काफिले पर हुए हमले में करीब 350 किलो IED (Improvised Explosive Device) का इस्तेमाल हुआ। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) ने हमले की जिम्मेदारी ली और इसे आत्मघाती बताया। हमले की निंदा करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि वह किसी भी रूप में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार के साथ काम करने को प्रतिबद्ध है।

शहीद जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पैलाडिनो ने कहा, "भारतीय राज्य जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले की अमेरिका कड़े शब्दों में निंदा करता है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पैलाडिनो ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र की ओर से आतंकवादी घोषित पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने इस जघन्य कृत्य की जिम्मेदारी ली है। हम सभी देशों से आह्वान करते हैं कि वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का पालन करें ताकि आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह और समर्थन देने से बचा जा सके"।

सूत्र बता रहे हैं कि इस आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों का आंकड़ा 42 के करीब पहुंच गया है। हालांकि आधिकारिक तौर पर सीआरपीएफ ने 37 जवानों के शहीद होने की ही पुष्टि की है। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक में आज यानी शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ सीआरपीएफ के डीजी भी शामिल होंगे, जो हालात के बारे में अवगत कराएंगे। बैठक खत्म होने के बाद करीब 12 बजे गृहमंत्री और सीआरपीएफ के डीजी श्रीनगर के लिये रवाना हो जाएंगे। श्रीनगर में हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धाजलि दी जाएगी। उसके बाद सारे शवों को एक विशेष विमान से गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस लाया जाएगा। यहीं से जिस इलाके के जवान है वहां शव भेजे जाएंगे। उत्तर प्रदेश से करीब 10 से 12 और पंजाब से 4-5 जवान है, बाकी राज्यो से एक दो जवान है।

हमसे गलती हुई, पुलवामा आतंकी हमला खुफिया विफलता का परिणाम

सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के राज्यपाल सत्य पाल मलिक (Satya Pal Malik) ने माना है कि पुलवामा आतंकी हमला (Pulwama Terrorist Attack) आंशिक रूप से खुफिया विफलता का परिणाम है, खासकर इस तथ्य के कारण कि सुरक्षा बल विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो और मूवमेंट का पता नहीं लगा सके। 'इंडियन एक्सप्रेस' से बात करते हुए मलिक ने कहा, 'हम इसे (खुफिया विफलता) स्वीकार नहीं कर सकते। हम हाईवे पर चलते हुए विस्फोटकों से भरे वाहन का पता नहीं लगा पाए या उसकी जांच नहीं कर पाए। हमें स्वीकार करना चाहिए कि हमसे गलती हुई है। उन्होंने स्वीकार किया कि जब सुरक्षा बल स्थानीय आतंकवादियों को खत्म कर रहे थे, जिसमें जैश के लोग भी शामिल थे - उनमें से किसी के बारे में कोई चेतावनी या खुफिया इनपुट नहीं था कि उन्हें 'आत्मघाती हमलावर' बनने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'हमें नहीं पता था कि उनके बीच एक फिदायीन था, यह भी खुफिया विफलता का हिस्सा है। मैं यह स्वीकार कर सकता हूं। यह आदमी (आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार) हमारे संदिग्धों की सूची में था। कोई भी उन्हें अपने घरों में आश्रय नहीं दे रहा था। इसलिए वह जंगलों या पहाड़ियों की ओर भाग गया और लुप्त हो गया। हम उसके बारे में जानते थे लेकिन उसका पता नहीं लगा सके। यह सिर्फ एक मौका था और वह दुर्लभ व्यक्ति था जो भाग गया। बाकी लोग मारे जा रहे हैं।'

आदिल अहमद डार ही था वह आतंकी, जिसने इस खूनी खेल को अंजाम दिया

बताया जा रहा है कि इस खूनी खेल को अंजाम देने वाला पुलवामा का ही आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) था। जिस कार ने सीआरपीएफ जवानों के बस में टक्कर मार आतंकी हमले को अंजाम दिया, उस कार को जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) का आतंकवादी आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) चला रहा था। आतंकी आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) घाटी का ही रहने वाला था। डार एक साल पहले जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। आतंकी आदिल अहमद, जिसे 'आदिल अहमद गाड़ी टकराने वाला' और 'गुंडिबाग के वकास कमांडो' के रूप में भी जाना जाता है, वह पिछले साल ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद(Jaish-e-Mohammed) में शामिल हुआ था। आदिल काकापोरा का रहने वाला था। पुलिस का कहना है कि आतंकी आदिल (Adil Ahmad Dar) जो कार चला रहा था।

(इनपुट-भाषा से भी)