इंडोनेशिया विमान हादसा : सभी 189 यात्रियों की मौत, जांच और बचाव दल ने की पुष्टि

इंडोनेशिया के जकार्ता से पांकल पिनांग शहर जा रहा एक यात्री विमान सोमवार सुबह उड़ान भरने के 13 मिनट बाद समुद्र में क्रैश हो गया। जांच और बचाव दल ने विमान भी में सवार सभी 189 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई है। वही अब खबर आई है कि विमान हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य में जुटे दल ने पुष्टि की है कि विमान में सवार सभी यात्रियों की मौत हो गई है। यह खबर न्‍यूज एजेंसी एएफपी के हवाले से है। बता दें कि इंडोनेशिया में सोमवार सुबह बड़ा विमान हादसा हुआ है। यहां इंडोनेशियाई एयरलाइंस लॉयन एयर का विमान सोमवार सुबह से लापता होने के बाद जावा सागर में क्रैश हो गया था। विमान का मलबा मिल गया है। मौके पर राहत और बचाव अभियान शुरू किया गया है।

विमान में 189 यात्री सवार थे। जिनमे तीन बच्चों समेत 181 यात्री, दो पायलट और छह अन्य क्रू मेंबर्स थे। विमान संपर्क टूटने वाली जगह से करीब दो नॉटिकल मील (3.7 किलोमीटर) दूर कारावांग की खाड़ी में क्रैश हुआ। विमान में इंडोनेशिया के वित्त मंत्रालय के 20 अधिकारी भी सवार थे। इस प्लेन के दो पायलटों में से एक कैप्टन भव्य सुनेजा थे।

बताया जा रहा है कि वे मूल रूप से दिल्ली के थे। मार्च 2011 में ही वे लॉयन एयर से जुड़े थे। वहीं हादसे के बाद इंडोनेशियाई एनर्जी फर्म पर्टेमिना ने अधिकारिक बयान जारी करके हादसे की पुष्टि की है। साथ ही उसने अपने बयान में कहा है कि जावा के समुद्री तट पर दुर्घटनाग्रस्‍त विमान का मलबा मिला है। इसमें विमान की सीटें भी शामिल हैं।

सरकारी एजेंसी के प्रवक्ता मोहम्मद सयायुगी ने एक प्रेस-कांफ्रेस में किसी भी विमान यात्री के बचने की संभावना से इंकार किया। उनका कहना है कि हम आशा कर सकते हैं, भगवान से प्रार्थना कर सकते हैं, लेकिन इसकी संभावना नहीं दिख रहीं है। वहीं लॉयन एयर ग्रुप के सीईओ एडवर्ड सीरैत ने अपने अधिकारिक बयान में घटना के कारणों के बारे में कुछ भी कहने से इंकार किया है।

तकनीकी खराबी की बात सामने आई थी

विमान कंपनी लॉयन एयर के सीईओ एडवर्ड सैट ने कहा कि रविवार रात को ही प्लेन में कुछ तकनीकी खराबी की बात सामने आई थी। तब प्लेन डेनपसार से जकार्ता आ रहा था। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि इंजीनियरों ने खराबी को ठीक करने के बाद ही सुबह प्लेन को रवाना किया। इंडोनेशिया एयर नेविगेशन के अधिकारी सिंदु रहायु ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि विमान के उड़ान भरने के बाद पायलटों ने लौटने की अनुमति मांगी, लेकिन इजाजत मिलने के ठीक बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) का फ्लाइट से संपर्क टूट गया।

यह क्रैश इंडोनेशिया का सबसे बड़ा विमान हादसा हो सकता है। इससे पहले दिसंबर 2014 में एयर एशिया फ्लाइट क्यूजेड8501 क्रैश में 162 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे का शिकार हुआ विमान बोइंग 737 मैक्स-8 था। इसमें एक बार में 210 यात्री सफर कर सकते हैं। हादसे की वजह अभी साफ नहीं है।

दो महीने ही पुराना था विमान

यह बोइंग 737 मैक्स-8 की पहली दुर्घटना बताई जा रही है। 2016 तक यह मॉडल सिर्फ कमर्शियल कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इसे लॉयन एयर को अगस्त में ही डिलीवर किया गया था। विमान के पायलट भी काफी अनुभवी थे। दोनों को कुल 11 हजार घंटे फ्लाइट उड़ाने का अनुभव था।

2013 में भी क्रैश हो चुका है लॉयन एयर का विमान

लॉयन एयर इंडोनेशिया की किफायती हवाई सेवा है। 2013 में भी लॉयन एयर की फ्लाइट बाली के एंगुराह राय इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड होने से पहले समुद्र में क्रैश हो गई थी। इसमें सवार सभी 108 यात्री बच गए थे। 2004 में भी लॉयन एयर का जकार्ता से जा रहा विमान-538 सोलो शहर में क्रैश हो गया था। इसमें 25 लोगों की मौत हो गई थी।