यूपी के 13 जिलों में अगले दो दिन आंधी फिर मचा सकती है तबाही

मौसम विभाग ने रविवार को ताजा चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले दो दिनों में उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में अलग-अलग जगहों पर तूफान और धूल भरी आंधी का खतरा है। मौसम विभाग ने बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, हरदोई, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, मेरठ, बिजनौर , मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में धूल भरी आंधी और बारिश की संभावना जतायी है। मौसम विभाग ने राज्य के कुछ हिस्से में हल्की बारिश का पूर्वानुमान भी व्यक्त किया है। वहीं मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, तमिनलाडु, तेलंगाना और कर्नाटक के तटीय इलाकों में भी आंधी आने की चेतावनी जारी की है।

आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज-चमक के साथ छींटे पड़े। इस दौरान बरेली, मुरादाबाद, आगरा तथा मेरठ मण्डलों में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जबकि, फैजाबाद, बरेली, लखनऊ, मुरादाबाद, मेरठ, आगरा, वाराणसी, इलाहाबाद, गोरखपुर तथा झांसी मण्डलों में यह सामान्य से कम रहा। इस अवधि में इटावा राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. रविवार को हरियाणा और पंजाब में गर्मी का असर जारी रहा और 44.6 डिग्री सेल्सियस के साथ नारनौल सबसे गर्म रहा। हरियाणा के हिसार में भी गर्मी से लोग परेशान रहे जहां अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस जबकि भिवानी में 42.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, अंबाला में अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

रविवार को राजस्थान में भी गर्मी का प्रकोप रहा

रविवार को राजस्थान में भी गर्मी का प्रकोप जारी रहा. श्रीगंगानगर 48.2 डिग्री के साथ सबसे गर्म स्थान रहा. बीकानेर, जैसलमेर, कोटा, बाड़मेर, पिलानी और जयपुर में तापमान क्रमश: 46.7, 45, 44.7, 44.5, 44 और 43.7 डिग्री दर्ज किया गया।

तूफान और आंधी के चलते 17 लोगों की मौत


बता दे कि हफ्ते के अंत में धूल भरी आंधी और तूफान ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बर्बादी मचाई थी। तूफान और आंधी के चलते 17 लोगों की मौत हुई थी, वहीं 11 लोग जख्मी हुए थे। उत्तर प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा था कि ज्यादातर मौतें पेड़ के गिरने और मकानों के ढहने से हुई थी।
तूफाने के चलते मुरादाबाद में सात लोगों ने जानें गंवाई थी। वहीं, संभल में तीन लोगों की मौत हुई थी। बांदा, मुजफ्फरनगर और मेरठ से दो मौतों की सूचना मिली, जबकि अमरोहा से एक मौत की सूचना मिली।

अमरोहा में पांच लोग घायल हुए थे, तीन मुरादाबाद में, दो मुजफ्फरनगर में और एक बांदा में जख्मी हुए थे। हालात की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी जिला मजिस्ट्रेटों को 24 घंटे के भीतर राहत वितरित करने का निर्देश दिया था।

उत्तर प्रदेश में धूल भरी आंधी एक नियमित घटना बन गई है। जिसके चलते पिछले महीने 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। 13 मई को बरेली, बाराबंकी, बुलंदशहर और लखीमपुर खीरी जिलों सहित विभिन्न जिलों में 39 लोग मारे गए थे।

9 मई को तूफान में 18 लोग मारे गए और 27 अन्य घायल हुए थे। इटावा जिले में पांच लोगों की मौत, मथुरा, अलीगढ़ और आगरा में तीन, फिरोजाबाद में दो और हाथरस व कानपुर देहात में दो लोगों ने जानें गंवाई थी।

दो और तीन मई को प्रदेश में आए तूफान और वज्रपात से 80 लोगों की मौत हुई थी। सबसे ज्यादा प्रदेश के पश्चिमी हिस्से आगरा में लोगों की मौत हुई थी।