तालिबान की मुट्‌ठी में अफगानिस्तान, कुछ ही दिनों में काबुल भी होगा कब्जे में

अफगानिस्तान अब धीरे-धीरे पूरी तरह से तालिबान के कब्जे में जाता हुआ दिख रहा है। तालिबान ने काबुल को चारों तरफ से घेर लिया है। पूर्व में वो खाक जबर के पास है, जो काबुल प्रांत का ही एक जिला है। पश्चिम में वो अरघंडी में है, जो काबुल के शहरी इलाके से लगा है। उत्तर में वो काराबाग में है, जो काबुल प्रांत का एक जिला है। दक्षिण में वो चार असयाब में है, जो काबुल का एक जिला है।

पिछले 24 घंटे में तालिबान ने 4 और प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा किया है। लोगार, पक्तिया, पक्तिका और कुनार प्रांतों की राजधानियों पर शनिवार को तालिबान ने कब्जा कर लिया है। तालिबान सूत्रों ने दावा किया है कि कब्जे में आए प्रांतों में सभी कैदियों को रिहा कर दिया गया है। वहीं प्रशासन के अधिकारियों और सैनिकों ने सेना के अड्डों में पनाह ली है।

तालिबान ने आज फरियाब की राजधानी मैमाना पर चारों तरफ से हमला किया है। तालिबान ने फरयाब सेंट्रल जेल से 500 से अधिक कैदियों को छुड़ाने का दावा भी किया है।

आज तालिबान ने पक्तिका पर कब्जा करने के बाद पाकिस्तान से लगी सीमा चौकी पर भी कब्जा कर लिया। तालिबान ने एक तस्वीर जारी की है और दावा किया है कि मजार-ए-शरीफ में तालिबान ने अता नूर और उनके लड़ाकों को घेर लिया है। वहीं कमांडर अता नूर से जुड़े एक करीबी सूत्र ने बताया है कि तालिबान को यहां लड़ाई में भारी नुकसान हो रहा है।

तालिबान से जुड़े लोगों ने कुछ वीडियो शेयर किया है। दावा किया जा रहा है कि तालिबान ने कंधार एयरपोर्ट पर कब्जे में आए हेलीकॉप्टर की ट्रायल उड़ान की है। ये शायद पहली बार है जब तालिबान ने हेलीकॉप्टर उड़ाए हैं। तालिबान का दावा है कि उसके पास उड़ने की हालत में दो MI-17 हेलीकॉप्टर हैं। इस बीच तालिबानी सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि अफगान सैनिक अपनी जान बचाकर ईरान भाग रहे हैं।

तालिबान के प्रवक्ता ने फरयाब की राजधानी मैमाना पर पूर्ण कब्जे और सैनिकों के तालिबान के साथ मिल जाने का दावा किया है। सरकार सूत्रों से पुष्टि नहीं हुई है।

तालिबान प्रवक्ता ने काबुल के पड़ोसी प्रांत लघमान की राजधानी मिहतरलाम में घुसने और आगे बढ़ने का दावा किया है। तालिबान ने फरयाब प्रांत पश्तून कोट जिले पर कब्जे का दावा भी किया है। वहीं तालिबान मजार-ए-शरीफ पर भीषण हमले कर रहा है। तालिबान का कहना है कि यहां भी दो-तीन दिनों में कामयाबी मिल जाएगी। इसी बीच सरकार का प्रतिनिधिमंडल तालिबान से बात करने के लिए दोहा पहुंच रहा है।