नई दिल्ली। भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित अफगानिस्तान के दूतावास को गुरुवार 23 नवम्बर 2023 से स्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है। अफगानिस्तान दूतावास ने सितम्बर से भारत में कामकाज करना बंद कर दिया था और अफगान राजदूत ने भारत छोड़ दिया था, जिसकी जानकारी उन्होंने भारत सरकार को दे दी थी। उन्होंने उस वक्त लंदन का रुख किया था।
23 नवम्बर को अफगानिस्तान ने भारत में स्थित अपने दूतावास को स्थायी तौर पर बंद करने का फैसला लिया और इसकी घोषणा भी कर दी है। अफगानिस्तान का यह दूतावास भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित था जिसे अब बंद कर दिया गया है। साथ ही इस दूतावास के कामकाज को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इसके लिए एक आधिकारिक स्टेटमेंट भी जारी कर दिया गया है। इस आधिकारिक स्टेटमेंट में भारत में अफगानिस्तान के दूतावास को बंद करने और इसके पीछे की सभी वजहों के बारे में जानकारी दी गई है।
23 नवंबर से हुआ परमानेंट तौर पर बंद भारत में स्थित अफगानिस्तान का दूतावास गुरुवार, 23 नवंबर से परमानेंट तौर पर भारत में बंद कर दिया गया है।
सितंबर के अंत में हुआ था कामकाज बंदअफगानिस्तान के भारतीय दूतावास ने भारत में अपने कामकाज को सितंबर के अंत में बंद कर दिया था और इसकी घोषणा करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय को इस बारे में एक लैटर भी भेजा था।
राजदूत ने पहले ही छोड़ दिया था देशतालिबान से पहले की अफगान सरकार द्वारा भारत में नियुक्त राजदूत फरीद मामुन्दजई ने पहले ही भारत छोड़ दिया था। इस बारे में फरीद ने भारत के विदेश मंत्रालय को सूचित कर दिया था और लंदन का रुख किया था।
तालिबान सरकार ने नहीं लिया है यह फैसलाज्ञातव्य है कि अफगानिस्तान में वर्तमान में तालिबान सरकार है। ऐसे में अफगानिस्तान को अब इस्लामिक अमीरात ऑफ तालिबान के नाम से जाना जाता है। जबकि आधिकारिक स्टेटमेंट को इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ तालिबान की तरफ से जारी किया गया है, जिस नाम से अफगानिस्तान को पहले जाना जाता था। ऐसे में साफ है कि इस आधिकारिक स्टेटमेंट को पुरानी अफगान सरकार की तरफ से भारत में नियुक्त स्टाफ ने ही जारी किया है।