चमकी बुखार: 132 बच्चो की मौत के बाद जागी नीतीश सरकार, दिए SKMCH में बेड की संख्या 2500 करने के निर्देश

बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या 132 तक पहुँच चुकी है। इसके बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को मुजफ्फरपुर का दौरा किया। नीतीश मरीजों का हाल जानने के लिए श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) पहुंचे हालाकि इस दौरान उनकों लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से प्रभावित क्षेत्रों का पर्यावरण अध्ययन किया जाना चाहिए और एक विश्लेषण किया जाना चाहिए। नीतीश कुमार ने एसकेएमसीएच (SKMCH) में 2500 बेड की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। मौजूदा समय में यहां 610 बेड हैं। पहले फेज में जल्द से जल्द 1500 बेड की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। इसके अलावा एक धर्मशाला बनाने के लिए भी कहा है ताकि वहां मरीजों के परिजन ठहर सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 घंटे डॉक्टर उपलब्ध हों इसके लिए एडिशनल डॉक्टरों की तैनाती होनी चाहिए। इसके साथ ही रोज की स्थिति के संदर्भ में मीडिया ब्रीफिंग का समय भी निर्धारित करने का निर्देश दिया।

बिहार सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि आज मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने मुजफ्फरपुर के अस्पताल के सभी वार्ड का दौरा किया। अस्पताल की व्यवस्था से मुख्यमंत्री संतुष्ट थे। डॉक्टर की कमी नहीं थी फिर भी कुछ डॉक्टर को एनएमसीएच से भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीमारी के पीछे की वजह किसी ने बच्चों के धूप में खेलना बताया तो किसी ने लीची खाने और मच्छर के काटने की बात कही। जिन बच्चों के घर में बच्चे बीमार हुए हैं उन सभी घरों में डॉक्टरों की टीम जाएगी और इसके पीछे की वजह का पता लगाया जाएगा। अभी तक इस बीमारी का कोई सही पता नहीं चल पा रहा है।

बीजेपी सांसद ने कहा- 4G से हो रही हैं मौतें

मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से राज्य में हो रही मौतों पर बीजेपी सांसद अजय निषाद का बेतुका बयान सामने आया है। निषाद ने कहा कि चमकी बुखार के लिए 4जी जिम्मेदार है। इसकी वजह से मौतें हो रही हैं। बीजेपी सांसद ने गांव, गर्मी, गरीबी और गंदगी को 4g बताया। उन्होंने कहा कि अति पिछड़ा समाज के लोग इस बीमारी से ताल्लुक हैं। उनका रहन-सहन नीचे है। बच्चे बीमार हैं।

SKMCH अस्‍पताल के अंदर नहीं जाने देने से फूटा आक्रोश

सीएम नीतीश के अस्पताल आने के दौरान कई बीमार बच्चों को भी अंदर आने से रोका गया जिससे लोगों का आक्रोश बढ़ गया। लोग सीएम के देर से आने के साथ-साथ अस्पताल में सुविधाओं के अभाव को लेकर भी खासे नाराज हैं और अस्पताल में कुव्यवस्था होने की बात कह रहे हैं।

मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर पूरे अस्पताल परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। यहां बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बल और बिहार पुलिस के जवान लगाए गए हैं। एसएसपी ने बताया कि कहीं से कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।