चित्तौड़गढ़ : ये कैसी निर्दयता, नवजात बच्चे को मरने के लिए झाड़ियों में फेंक दिया, परिजनों के खिलाफ होगी FIR

छोटे बच्चों के प्रति सभी को संवेदना होती हैं, वहीँ इसके उलट कई नज़ारे ऐसे देखने को मिलते हैं जो निर्दयता को दर्शाते हैं। इससे जुड़ा एक मामला सामने आया चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा क्षेत्र के गांव ढोरिया में जहां नवजात बच्चे को मरने के लिए झाड़ियों में फेंक दिया गया। शनिवार सुबह जब ANM करिश्मा कंवर ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी तब इसका खुलासा हुआ। ANM ने तत्परता दिखाते हुए उप स्वास्थ्य केंद्र के पीछे जाकर देखा। बच्ची कपड़े में लिपटी हुई झाड़ियों में पड़ी थी। एएनएम बच्ची को उठा कर लाई और तुरंत पीएचसी इंचार्ज, सरपंच और पुलिस को इसकी सूचना दी। निंबाहेड़ा सदर थाना पुलिस ने बच्ची का मेडिकल करवा कर उसकी रिपोर्ट तैयार की और एंबुलेंस की सहायता से उसे जिला चिकित्सालय रैफर किया। जिला चिकित्सालय के एनआईसीयू में बच्चे को रखा गया है। बच्ची अभी स्वस्थ है।

करिश्मा कंवर ने बताया कि बच्ची को उसे तुरंत उठाकर अंदर लाई और बच्चे की नाल को काटा। बच्ची लगभग 2 से 3 घंटे की रही होगी। पीएचसी इंचार्ज दीपेंद्र, सरपंच रमेश धाकड़ और पुलिस को सूचना दी। मौके पर सदर थाना पुलिस पहुंची और नवजात को निंबाहेड़ा चिकित्सालय लेकर गए। नवजात का वजन लगभग ढाई किलो का है।

बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेश दशोरा ने बताया कि बच्ची के शरीर में साधारण से चोटें आई हैं इसलिए उसे कुछ दिनों तक एनआईसीय में ही रखा जाएगा ताकि डॉक्टर उसका पूर्ण उपचार कर सके। उसके पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद ही उसे शिशु गृह में लिया जाएगा। यह पूरी तरह से असुरक्षित परित्याग था इसलिए इसकी मां और परिजनों के खिलाफ सदर थाना निंबाहेड़ा को मामला दर्ज करने के निर्देश दिए गए।