ये है CM केजरीवाल का सपना, शपथ लेने के बाद दिल्लीवासियों से कही ये बात

अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर तीसरी बार शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद रामलीला मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दोस्तों मेरा एक सपना है, जो मैं चाहता हूं पूरे देशवासियों का सपना हो। हम चाहते हैं एक वक्त ऐसा आए जब पूरी दुनिया के अदंर भारत का डंका बजा। लंदन, टोक्यो, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका में भी भारत का डंका बजेगा। इसके लिए नई राजनीति की शुरूआत होनी चाहिए। जो दिल्ली के लोगों ने अपना लिया है। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने प्रसिद्ध गीत हम होंगे कामयाब दोहराया।

बच्चों-मरीजों से पैसे लूं तो लानत है मुझ पर : केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझ पर लानत है अगर मैं दिल्ली का मुख्यमंत्री हूं और अगर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से फीस लूं। अस्पताल में इलाज करने आए बीमारों से दवाइयों का पैसा लूं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि मैं सब कुछ फ्री करता जा रहा हूं। दोस्तों इस दुनिया के अंदर जो भी अनमोल चीजें हैं, भगवान ने फ्री बनाई हैं। मां जब अपने बच्चों को प्यार करती है तो वह फ्री होता है। बाप जब अपने बच्चों को पालने के लिए रोटी नहीं खाता तो बाप की तपस्या फ्री होती है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि श्रवण कुमार जब अपने माता-पिता को लेकर तीर्थयात्रा पर गए थे और जब उनकी मौत हो गई थी, श्रवण कुमार की सेवा भी फ्री थी। केजरीवाल अपने दिल्ली वालों को प्यार करता है दिल्ली वाले अपने केजरीवाल को प्यार करते हैं, यह प्यार भी फ्री है। इसकी कोई कीमत नहीं है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं क्या अपने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से फीस लेना शूरू कर दूं? लानत है ऐसे सीएम पर। मैं अपने अस्पतालों में इलाज कराने वाले लोगों से दवाइयों के पैसे लेने शुरू कर दूं, लानत है ऐसे सीएम पर । मैं दिल्ली आने वाले मरीजों से ऑपरेशन के पैसे लेने शुरू कर दूं। लानत है मेरी जिंदगी पर।