बीते दिन रविवार को संपन्न हुई रीट परीक्षा के लिए सभी सरकारी और निजी विभागों ने योगदान देते हुए इसे सफल बनाया। एक बड़ी जिम्मेदारी पुलिस पर भी थी ताकि नकल गिरोह परीक्षा में सेंध ना मार सके। प्रदेशभर के अलग-अलग जिलों में बाड़मेर के नकल गिरोह से जुड़े हुए लोगों की गिरफ्तार के बाद बाड़मेर पुलिस ने ऐसे 80 से ज्यादा अभ्यर्थियों को संदिग्ध मानते हुए उन्हें राडार पर रखा था कि सेंटर पर परीक्षा देने आते है या नहीं अगर आते है तो उन पर विशेष निगरानी रखी गई। डूंगरपुर, जोधपुर और बालोतरा में नकल गिरोह गैंग से जुड़े लोग पकड़े जाने के बाद इन अभ्यर्थियों में पुलिस के पकड़े जाने का इतना डर था कि अधिकांश अभ्यर्थी तो परीक्षा ही देने नहीं आए। पुलिस की धरपकड़ और मुस्तैदी से रीट परीक्षा का शांतिपूर्वक आयोजन हुआ है।
बाड़मेर एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि पुलिस की टीम हर थाना क्षेत्र में एक्टिव थी, संदिग्ध लोगों को लिस्टेड किया गया। उन पर नजर रखी गई। लगातार नकल गिरोह के लोगों की गिरफ्तारी और धरपकड़ के डर से ऐसे संदिग्ध लोग जो नकल करवाने या डमी अभ्यर्थी बैठाने की तैयारी कर रहे थे, वे सेंटर पर भी नहीं आए। 12 डमी अभ्यर्थी के परीक्षा में बैठने की सूचना पुलिस आयुक्त जोधपुर, जयपुर, अजमेर, बूंदी, सीकर, जोधपुर ग्रामीण को भी दी गई। 8 डमी अभ्यर्थी परीक्षा देने की सूचना को लेकर बाड़मेर के थानों को अलर्ट पर रखा गया। 5 अभ्यर्थियों के संदिग्ध आवेदन फॉर्म पाए गए थे, उन पर भी निगरानी रखी गई।