7वां वेतन आयोग : इन कर्मचारियों की दिवाली की खुशी हो जाती डबल अगर मोदी सरकार मान लेती ये बात

भारतीय रेलवे (Indian Railways) पिछली बार की तरह इस बार भी त्‍योहार से पहले करीब 12 लाख नॉन गजटेड कर्मचारियों को बोनस (Bonus) देने का ऐलान किया है। इस बार भी 78 दिन के बोनस के रूप में 17951 रुपए देने का ऐलान किया गया है। रेलवे बीते 7 साल से यही बोनस बांट रहा है। बोर्ड के इस निर्णय से उत्तर पश्चिम रेलवे (प्रदेश का 90 फीसदी हिस्सा) के जयपुर, जोधपुर, अजमेर और बीकानेर मंडलों व वर्कशॉप के 45 हजार कर्मचारी लाभान्वित होंगे। इसमें जयपुर मंडल के साढ़े दस हजार और मुख्यालय के 1200 कर्मचारी भी शामिल हैं।

वही ऑल इंडिया रेलवे मेन्‍स फेडरेशन के सेक्रेटरी एसजी मिश्रा ने सरकार के इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार को रेल कर्मचारियों के बोनस के फॉर्मूले को बदलना चाहिए। रेलवे कर्मचारियों को जो 17951 रुपये मिल रहा है, वह न्यूनतम मजदूरी से भी कम है। कर्मचारियों की मांग है कि कम से कम 80 दिनों का बोनस मिलना चाहिए। रेलवे ने बीते साल अपने रेलवे कर्मचारियों को 78 दिन का बोनस दिया था। यानि 30 दिन के बोनस के तौर पर 7000 रुपये बोनस बना। रेलवे यूनियन के अनुसार रेलवे में इस समय कर्मचारियों की भारी कमी है। ऐसे में कम कर्मचारियों ने ज्यादा काम किया है। बोनस भी अधिक मिलना चाहिए।

रेलवे सुरक्षा बल के उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर, जोधपुर, अजमेर व बीकानेर मंडलों, वर्कशॉप और मुख्यालय (प्रदेश का 90 फीसदी क्षेत्र) में तैनात कांस्टेबल से लेकर निरीक्षक स्तर तक के 2000 सुरक्षा कर्मियों को भी 6800 रुपए बोनस दिया जाएगा। उन्हें कम बोनस इसलिए मिलेगा क्योंकि उनका बोनस प्रोडक्टिविटी से जुड़ा नहीं है।