बिहार : साधु ने बेटियों के सामने ही की उनकी मां की हत्या, धड़ से अलग नहीं होने तक किया गर्दन पर वार

बिहार के बगहा से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया हैं जहां कथित साधु ने दो बेटियों के सामने ही उनकी मां की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी। हत्या किन कारणों से हुई, इसकी गुत्थी अभी सुलझ नहीं पाई है। स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर चर्चा है कि यह प्रेम-प्रसंग का मामला है। हत्यारोपी, महिला के ऊपर दबाव बना रहा था। इस दबाव में महिला नहीं आ रही थी। इसे लेकर ही महिला की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई है। घटना के बाद लोगों ने चौतरवा थाने को इसकी सूचना दी। मौके पर गिरफ्तारी को लेकर पुलिस दियारा क्षेत्रों में लगातार छापेमारी कर रही है। अभी तक हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। गिरफ्तारी को लेकर पुलिस दियारा क्षेत्रों में लगातार छापेमारी कर रही है।'

जिस महिला की हत्या हुई, वह चौतरवा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव निवासी बेचू यादव की 40 वर्षीय पत्नी तारा देवी थी। हत्यारा उसके पड़ोस में रहने वाला एक स्वघोषित साधु मोती लाल यादव (50 वर्ष) है। बेटियों ने पुलिस को बताया है- 'वह तब तक वार करता रहा, जब तक सर धड़ से अलग नहीं हो गया।' मां को बचाने गई एक बेटी पर भी हत्यारे ने हमला करने की कोशिश की। इससे वह जख्मी हो गई। बेटियों ने जब शोर मचाया तब खेतों में काम कर रहे लोग आए। तब तक हत्यारा भाग चुका था। अपनी आंखों के सामने मां की नृशंस हत्या हुई देख बेटियां दहशत में हैं।

बताया जाता है कि मोती लाल ने 25 वर्ष की आयु में खुद को साधु घोषित कर लिया था। बड़े-बड़े बाल और दाढ़ी रखता था। साधु वाले वस्त्र धारण करता था। अब तक शादी नहीं की थी। कभी घर तो कभी किसी आश्रम में रहकर अपनी जिंदगी गुजर-बसर करता था। गांव वालों के अनुसार, उसको सुबह लोगों ने हाथ में गंड़ासा लिए घूमते देखा था। बगल के गांव रतवल जाकर गंड़ासा पर धार चढ़वाया। वहीं दुकान में चाय पिया और नाश्ता किया। फिर खेतों की ओर चला गया था। मृतका अपनी 14 वर्षीय पुत्री पूजा और 12 वर्षीय पुत्री रूपा के साथ दियारा क्षेत्र के मठिया रेता में चारा काटने जा रही थी। इसी दौरान घात लगाए अपराधी ने अचानक हमला बोल दिया। मां को बचाने में पूजा जख्मी हो गई।