पुरी-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। ट्रेन में सफर कर रहे यात्री नाश्ता करने के बाद बीमार हो गए। बता दें कि बुधवार सुबह ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को नाश्ता दिया गया था। नाश्ता खाने के बाद 40 यात्रियों की तबियत खराब हो गई। रेलवे प्रशासन का कहना है कि इस मामले की जांच करवाई जाएगी। ये सभी यात्री ट्रेन के कोच नंबर सी-1 और सी-2 में सफर कर रहे थे और इन्हें नाश्ता सुबह करीब सात बजे के बाद दिया गया था। यात्रियों ने नाश्ते के बाद जब पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की तो ट्रेन के खड़गपुर पहुंचने पर करीब 11.45 बजे रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दक्षिण पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय घोष ने कहा कि यह खाना यात्रियों को पुरी में आईआरसीटीसी की ओर से परोसा गया था और ट्रेन में पुरी से रखा गया था। इसे खाने के बाद कुछ यात्रियों की तबियत खराब हो गई। उन यात्रियों का खड़गपुर में इलाज चल रहा है। इस मामले में आईआरसीटीसी और हमारी ओर से जांच की जाएगी।
वहीं खड़गपुर डिविजनल के डीआरएम के. राबिन कुमार रेड्डी ने बताया, 'खाने के सैंपल ले लिए गए हैं और हम लोग इस मामले में जरूरी कार्रवाई करेंगे। इसके अलावा हम इस मामले की भी जांच करेंगे कि क्या वेंडर ने बाहर से खाना तो नहीं लिया है।' जहां रेड्डी का कहना है कि कुछ यात्री हॉकर्स से भी खाना ला सकते हैं, वहीं यात्रियों का कहना है कि उन्होंने वही खाना खाया है जो ट्रेन में परोसा गया है।
एक यात्री काकाली सेनगुप्ता ने कहा, 'हमें भुवनेश्वर के बाद ट्रेन में ऑमलेट और ब्रेड परोसा गया था। इसे खाने के बाद हमारे पेट में दर्द शुरू हो गया और हम में से काफी लोगों को उल्टी होना शुरु हो गई।' काकाली का अपने पति रूपम सेनगुप्ता के साथ अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनके दो बच्चे भी ट्रेन में नाश्ता का सेवन करने के बाद बीमार पड़ गए थे। ट्रेन पुरी से सुबह करीब 5.45 बजे निकली थी और नाश्ता 7 बजे परोसा गया था।