शुक्रवार को अलवर जिले में 302 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए और इसके मुकाबले 1195 मरीज रिकवर हुए हैं। अब भी जिले में कोरोना के 8 हजार 76 एक्टिव केस हैं। प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार अब गांव व शहर सब जगहों से संक्रमितों की संख्या कम आने लगी हैं। लेकिन, गांवों से यह शिकायत भी बराबर आती है कि सैंपल की जांच नहीं हो रही। जिसके कारण पॉजिटिव की संख्या कम हो गई है। हालांकि चिकित्सा विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि नियमित रूप से ढाई हजार से अधिक सैंपल की जांच होती है। यह भी सही है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों की संख्या कम हो गई है। वेंटिलेटर वाले मरीजों की संख्या भी घटी है।
21 मई को मिले संक्रमितों के अनुसार अलवर शहर 108, बानसूर 5, बहराेड़ 21, भिवाड़ी 14, खेड़ली 10, किशनगढ़बास 12, कोटकासिम 10, लक्ष्मणगढ़ 08, मालाखेड़ा 23, मुण्डावर 17, राजगढ़ 12, रामगढ़ 13, शाहजहांपुर 13, रेणी 26, तिजारा 10 मामले सामने आए हैं। वहीँ मरीजों एन ऑक्सीजन सपोर्ट पर 561, आइसीयू ने 162 और वेंटिलेटर पर 85 मरीज हैं।
राजस्थान में कोरोना : संक्रमितों के साथ घटा मौतों का आंकड़ा, 18,264 मरीज रिकवर
कोरोना का दौर जारी है जिसमें घटते आंकड़ों की वजह से राहत मिलने लगी हैं। राजस्थान में 35 दिन बाद शुक्रवार को 7 हजार से कम 6,225 केस मिले हैं, जबकि 129 लोगों की मौत हो गई। वहीं राहत की बात ये है कि 18,264 मरीज रिकवर हुए हैं। आज राज्य में रिकवरी रेट 85 फीसदी के नजदीक पहुंच गई। सबसे अच्छी रिकवरी रेट जालौर में 94 फीसदी, जबकि सबसे कम 63 फीसदी जैसलमेर की है। मरीजों की बढ़ती रिकवरी का नतीजा है कि प्रदेश में अब हर बड़े अस्पतालों में लोगों को ऑक्सीजन सपोर्ट के बैड्स आसानी से मिलने शुरू हो गए हैं। राजस्थान में एक तरफ तो कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर एक नया खतरा म्यूकोमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के केस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। राज्य में अब तक ब्लैक फंगस के 700 केस मिल चुके हैं।