अफगानिस्तान में ब्लैक फंगस ने दी दस्तक, मिले तीन मरीज; एक की हुई मौत

अफगानिस्तान में तीन मरीजों में ब्लैक फंगस संक्रमण की पुष्टि हुई है। शनिवार को इस बात की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री वहीद मजरूह ने कहा कि अफगानिस्तान में ब्लैक फंगस संक्रमण के तीन मरीज मिले है जिसमें से एक की मौत हो गई है।

आपको बता दे, अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब है। यहां लोग ने तो मास्क पहनते है और न ही सामाजिक दूरी का पालन करते है। पिछले 24 घंटे में यहां कोरोना के 1272 नए मामले सामने आए और 92 मरीजों की मौत भी हुई है। अफगानिस्तान में मुश्किल से रोजाना 4 हजार जांचे हो रही है। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्वास्थ्य मंत्रालय ने मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पतालों में सैकड़ों नए बेड का इंतजाम किया हैं वहीं कई अस्पतालों में सारे बेड भर चुके हैं। ऑक्सीजन की भी किल्लत हो गई है और काबुल में कुछ ऑक्सीजन संयंत्रों पर ऑक्सीजन सिलेंडर को भरवाने के लिए लोगों को कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र समर्थित ‘कोवैक्स’ पहल से टीके की आपूर्ति बाधित होने के कारण अफगानिस्तान की 3.6 करोड़ से ज्यादा की आबादी में अब तक 2.5% हिस्से का ही टीकाकरण हुआ है।

बता दे, अफगानिस्तान में अब तक संक्रमण के कुल 1,24,757 मामले आ चुके हैं और 5199 लोगों की मौत हुई है। समझा जाता है कि कई मामले रिकॉर्ड में दर्ज ही नहीं हो पाए।

आतंकवाद के दोराहे पर खड़ा अफगानिस्तान

अफगानिस्तान इन दिनों विदेशी सैनिकों की वापसी के दोराहे पर खड़ा है। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिक लौट रहे हैं। इस युद्धग्रस्त देश में अफरा-तफरी जैसे हालात बन रहे हैं। विदेशी सैनिकों की वापसी के साथ ही तालिबान की गतिविधियां बढ़ती जा रही है। अमेरिकी सैनिकों के जाते ही बगराम एयरबेस पर लूट मच गई। अमेरिकी सैनिकों ने एयरबेस को अचानक खाली करने की स्थानीय प्रशासन को कोई जानकारी नहीं दी थी जिससे लोकल लोग मौका पाते ही लूटपाट करने लगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कार्यभार संभालते ही 11 सितंबर 2021 तक अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की वापसी का ऐलान किया है। अमेरिका की घोषणा के बाद नाटो ने भी अपने सैनिकों को बुलाने का ऐलान कर दिया। अफगानिस्तान में अमेरिकी युद्ध 20 साल पहले शुरू हुआ था। और यह अमेरिका का सबसे लंबा चलने वाला युद्ध है। इस युद्ध में 2,312 अमेरिकी सैनिक मार गए। तालिबान से युद्ध में अमेरिकी सेना के 816 अरब डॉलर खर्च हो गए।