पुलवामा। पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट के दो शीर्ष कमांडर सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान एक घर में फंस गए, जिसे वे छिपने के लिए इस्तेमाल करते थे।
पुलवामा के नेहामा इलाके में एक आतंकी ठिकाने के बारे में सुरक्षा बलों को सूचना मिलने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई। जब सुरक्षा बलों और पुलिस ने घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया, तो आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई।
आतंकवादी रईस अहमद और रेयाज अहमद डार दोनों ही दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के निवासी हैं। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि जिस घर में आतंकवादी छिपे हुए थे, उसमें आग लगी हुई थी और आसमान में धुआँ उठ रहा था।
कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट किया, पुलवामा जिले के निहामा इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई है। पुलिस और सुरक्षा बल काम पर लगे हुए हैं। विस्तृत जानकारी बाद में दी जाएगी। @JmuKmrPolice।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी जारी है और अभी तक दोनों ओर से किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
7 मई को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे। मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों में लश्कर समर्थित आतंकवादी संगठन रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का सक्रिय सदस्य बासित डार भी
शामिल था।