जयपुर। जयपुर में बीते रात से हो रही भारी बारिश ने 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जयपुर मौसम केन्द्र ने 156 एमएम बारिश दर्ज की, जो अगस्त महीने में पिछले 12 सालों में सबसे अधिक है। गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर पटरियों पर दो फीट तक पानी भर गया। शहर के जगतपुरा फाटक पर पुलिया के नीचे 3 फुट पानी का भराव हो गया, जिसके चलते राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके चलते ट्रैफिक पूरी तरह से जाम हो गया।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में जमकर बारिश हुई है। सड़के दरिया बन गई है। कारें तैरने लगीं है। जबकि एय़रपोर्ट पर एक फीट पानी भर गया है। दूसरी तरफ पूर्वी राजस्थान के अलवर, दौसा, भरतपुर और धौलपुर में आसमान में बादल छाए हुए है।जयपुर, सीकर सहित कई जिलों में बुधवार रात से तेज बारिश हो रही है। लगातार बरसात से कई इलाकों में पानी भर गया है और ट्रैफिक पूरी तरह से बंद है।जयपुर में तेज बारिश का असर एयरपोर्ट पर भी दिखा। एयरपोर्ट के पोर्च एरिया में घुटनों तक पानी भर गया है। यात्रियों को पानी में भीगकर बिल्डिंग में जाना पड़ा। पोर्च में वाहन भी जल भराव के बीच आवाजाही करते हुए नजर आए। अराइवल हाल के बाहर तक पानी भरने के कारण यात्रियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बेसमेंट एरिया में भी पानी भरने के बाद एयरपोर्ट प्रशासन को पानी निकालने की जुगत करनी पड़ी।
इस भारी बारिश ने जयपुर की सड़कों को नदियों में बदल दिया। पानी का बहाव इतना तेज था कि एक कार बह गई और कई बसें डूब गईं। सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो गए और लोग बहने लगे, जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।
बारिश का पानी घरों में भी घुस गया, जिससे कई इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई। द्रव्यवती नदी ओवरफ्लो होकर बहने लगी, जिससे महारानी फार्म क्षेत्र में स्थिति और गंभीर हो गई।
गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर पटरियों पर दो फीट तक पानी भर गया। कई स्कूलों ने भारी बारिश के कारण
छुट्टी घोषित कर दी और बच्चों को घर पर रहने का विकल्प दिया।
कानोता बांध, शील की डूंगरी बांध, और चंदलाई बांध में जलस्तर बढ़ गया है। बीसलपुर बांध का गेज भी बढ़ गया है, जो जयपुर और अजमेर को पानी की सप्लाई करता है।
जयपुर के कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और सिविल
डिफेंस, नगर निगम को जलनिकासी के काम को तेज करने के निर्देश दिए।
कई लोग पानी और मिट्टी में फंस गए, जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। बगरू थाना इलाके में एक 12 साल का बच्चा पानी में बह गया।
द्रव्यवती नदी के उफान के कारण वाहनों की आवाजाही को रोककर उसे अन्य मार्गों पर
डायवर्ट किया गया। गोपालपुरा बाइपास पर घुटनों से ऊपर तक पानी भर गया।
प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है और बारिश के दौरान अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की हिदायत दी है।
जयपुर में इस भयानक बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। प्रशासन की
पूरी कोशिश है कि स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य किया जाए और लोगों को राहत पहुंचाई जाए।
अलवर औऱ भरतपुर में तेज बारिश का अलर्ट अलर्ट जारी किया है। इस दौरान निचले इलाकों में पानी भरने की संभावना है। भारी बरसात को देखते हुए जयपुर के सेंट जेवियर्स, सोफिया और टिओलर समेत कई बड़े स्कूलों से अभिभावकों को छुट्टी का मैसेज भी आ रहा है। मौसम विभाग ने जयपुर, जयपुर शहर, दौसा, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा और बारां जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। धौलपुर, अलवर, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, करौली, भीलवाड़ा, नागौर, सीकर, धौलपुर झालावाड़, चित्तौड़गढ़, अजमेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, झुंझुनू, चूरू बीकानेर, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन सभी जिलों में मेघ गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।जयपुर में देर रात से जारी बारिश के दौर के बीच एयरपोर्ट के अलावा विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र, कलेक्ट्रेट सर्किल, चार दिवारी और कुछ बाहरी क्षेत्रों में पानी भर गया।