पाकिस्तान : रोजगार देने में फिसड्डी साबित हो रही इमरान सरकार, चपरासी के एक पद के लिए आए 15 लाख आवेदन

पाकिस्तान की आर्थिक हालात तो लगातार बिगड़ ही रहे हैं।लेकिन इसी के साथ ही बेरोजगारी दर में भी लगातार इजाफा देखने को मिल रहा हैं। इमरान सरकार रोजगार देने में फिसड्डी साबित हो रही हैं जिस वजह से 24 प्रतिशत से ज्यादा लोग शिक्षित बेरोजगार हैं। आलम यह हैं कि हाईकोर्ट में एक चपरासी पद के लिए विज्ञापन निकाला गया था, जिसपर 15 लाख लोगों ने आवेदन किया। अधिकारियों ने कहा कि नौकरी के लिए आवेदन करने वालों में एमफिल डिग्री धारक भी शामिल हैं। देश में बेरोजगारी दर इस महीने सबसे उच्चतम स्तर पर है।

पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स (PIDE) के आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान में बेरोजगारी दर 16 प्रतिशत तक पहुंच गई है, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीआईडीई ने बेरोजगारी की बढ़ती दर की एक गंभीर तस्वीर को उजागर किया है और कहा है कि देश में इस समय कम से कम 24 प्रतिशती शिक्षित लोग बेरोजगार हैं। योजना और विकास पर सीनेट की स्थायी समिति को अपनी ब्रीफिंग में, पीआईडीई ने कहा कि देश भर में 40 प्रतिशत शिक्षित महिलाएं (स्नातक से कम या स्नातक) भी बेरोजगार थीं। पाकिस्तान की सांख्यिकी ब्यूरो (PBS) द्वारा प्रकाशित श्रम बल सर्वेक्षण (LFS) के अनुसार, 2017-18 में पाकिस्तान की बेरोजगारी 5.8 प्रतिशत बेरोजगारी से बढ़कर 2018-19 में 6.9 प्रतिशत हो गई।