छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एनकाउंटर में 12 नक्सलियों को ढेर कर दिया। यह एनकाउंटर बीजापुर के नेशनल पार्क के अंतर्गत स्थित घने जंगलों में हुआ। बस्तर पुलिस के अनुसार, इस मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए हैं। इस दौरान पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन जारी है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रविवार सुबह इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान के जंगलों में सुरक्षाबलों का दल नक्सल विरोधी अभियान पर निकला था, तभी वहां मुठभेड़ शुरू हो गई। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, इस मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए हैं। अधिकारी ने यह भी बताया कि क्षेत्र में रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है और घटना के बारे में विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
पिछले 5 फरवरी को दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाबलों के सामने पांच महिला नक्सलियों समेत छह नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह आत्मसमर्पण लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान से प्रभावित होकर हुआ। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में हुंगा उर्फ हरेन्द्र कुमार माड़वी (30), आयते मुचाकी (38), शांति उर्फ जिम्मे कोर्राम (28), हुंगी सोड़ी (29), हिड़मे मरकाम (30), और जोगी सोड़ी (35) शामिल हैं।
इन नक्सलियों ने बुरगुम पंचायत के मलांगेर एरिया कमेटी में सक्रिय रहते हुए नक्सली गतिविधियों में हिस्सा लिया था, जैसे सड़क खोदने, नक्सली बैनर और पोस्टर लगाने, और अन्य हिंसक घटनाओं में शामिल होना। अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 25,000 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी, साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी, जैसे 10,000 रुपये की मासिक आर्थिक सहायता, तीन साल तक नि:शुल्क आवास और भोजन, कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण, और कृषि भूमि।
अब तक, लोन वर्राटू अभियान के तहत 212 इनामी समेत कुल 900 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।