भोपाल: जल उठा भदभदा विश्रामघाट, पहली बार 118 शवों का हुआ अंतिम संस्कार

मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे में 12,918 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 11,091 लोग ठीक हुए और 104 की मौत हो गई। अब तक 4 लाख 85 हजार 703 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 3 लाख 91 हजार 299 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 5,041 लोगों की मौत हो चुकी है। 89,363 मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है। प्रदेश में बढ़ते संक्रमण के साथ-साथ मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश की राजधानी भोपाल का बुरा हाल है। शनिवार को भोपाल के भदभदा विश्रामघाट पर पहली बार रिकॉर्ड 118 शवों को अंतिम संस्कार के लिए लाया गया। इनमें कोरोना संक्रमितों के 100 शव थे। 18 शव सामान्य थे। कोरोना संक्रमितों के 100 शवों में 66 भोपाल और 34 शव बाहर के थे। हालाकि, सरकारी रिकॉर्ड कुछ और ही आंकड़े बयां कर रहे है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भोपाल में सिर्फ 5 मौतें काेरोना की वजह से हुई। लेकिन सिर्फ भदभदा विश्रामघाट में शनिवार (24 अप्रैल) को जितने शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया, उतनी मौतें सरकारी रिकार्ड में 15 दिनों में होना दर्ज किया गया है। जबकि इस श्मशान में वन विभाग हर रोज 2 से 3 ट्रक लकड़ी उपलब्ध करा रहा है। इसके अलावा अन्य सामाजिक संस्थाएं भी 1 से 2 ट्रक लकड़ी यहां दे रहे हैं।

विश्रामघाट के अध्यक्ष अरुण चौधरी के मुताबिक पिछले साल कोरोना के दौरान एक दिन में सबसे ज्यादा 10 से 12 शव ही आए थे। इसके बाद 20 से 22 मार्च के बाद 12 से ज्यादा डेड बॉडीज लाई गई थीं। 10 अप्रैल से अब तक हर दिन 50 से अधिक शव लाए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि 20 अप्रैल को सर्वाधिक 113 शवों का अंतिम संस्कार किया गया था, जिसमें से 94 भोपाल के थे। लेकिन शनिवार को रिकार्ड 118 शव लाए गए थे। इसमें से 100 का कोविड प्रोटोकॉल से अंतिम संस्कार किया गया। इसमें से 86 भोपाल और 34 अन्य जिलों के थे। इसके अलावा 18 सामान्य शवों का अंतिम संस्कार किया गया।

अरुण चौधरी ने कहा, जहां तक मुझे याद है कि विश्राम घाट के इतिहास में अब तक की यह एक दिन में अंतिम संस्कार की सबसे ज्यादा संख्या है।