कोरोना से दुनिया परेशान लेकिन इन 10 देशों में अब तक Coronavirus का एक भी मरीज नहीं मिला

जहां दुनिया के ज्यादातर देश कोरोना वायरस महामारी और डेल्टा-ओमिक्रॉन वैरिएंट का कहर झेल रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर कुछ ऐसे देश भी हैं, जहां कोरोना से संक्रमित एक भी मरीज नहीं मिला है। ऐसे कुल 12 देश हैं। इनमें से 10 द्वीपीय देश हैं। वहीं, 2 ऐसे भी देश हैं, जहां तानाशाही व्यवस्था है। इसलिए वहां सीमा को सख्ती के साथ बंद करके रखा गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, इन देशों में कोरोना के जीरो केस के दावे किए गए हैं। हालांकि, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि कुछ मामले यहां पहले रहे हों, क्योंकि उत्तर कोरिया और तुर्कमेनिस्तान जैसे देश अपने हेल्थ डेटा का रिकॉर्ड सटीकता के साथ अंतरराष्ट्रीय समूह से शेयर नहीं करते हैं।

इन देशों में कोरोना का एक भी केस नहीं है...

तुर्कमेनिस्तान

तुर्कमेनिस्तान (तुर्कमेनिया के नाम से भी जाना जाता है) मध्य एशिया में स्थित एक तुर्किक देश है। मध्य एशिया में स्थित तुर्कमेनिस्तान में कोरोना महामारी का एक भी मरीज ने होंगा कई सवाल खड़े करता है। क्योंकि इसकी सीमा से लगे सभी देशों में कोरोना का भयंकर प्रकोप देखा जा सकता है। इसकी देश की सीमा दक्षिण पूर्व में अफ़ग़ानिस्तान, दक्षिण पश्चिम में ईरान, उत्तर पूर्व में उज़्बेकिस्तान, उत्तर पश्चिम में कज़ाख़िस्तान और पश्चिम में कैस्पियन सागर से मिलती है। हालांकि, तुर्कमेनिस्तान ने अब कोरोना के एक भी मामलों की पुष्टि नहीं की है। साथ ही कई सख्त उपायों को अपनाया है।

तुवालू

हवाई और ऑस्ट्रेलिया के बीच स्थित तुवालु तीन रीफ और छह प्रवाल द्वीपों से बना है। यह 10 वर्ग मील में फैला है और 10,000 से अधिक की आबादी है। यहां पर अनिवार्य क्वारंटाइन लागू है। साथ ही अपनी सीमा को बंद कर इसने कोरोना को रोकने में सफलता पाई है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, यहां प्रति 100 लोगों की आबादी पर करीब 50 का पूरी तरह टीकाकरण हो गया है।

उत्तर कोरिया

उत्तर कोरिया ने आधिकारिक तौर पर एक भी कोरोना के मामलों की पुष्टि नहीं की है। 2.5 करोड़ आबादी वाले उत्तर कोरिया ने सख्त लॉकडाउन और यात्रा प्रतिबंधों को लागू किया है। साथ ही अपनी सीमा को भी बंद कर रखा है। आपको बता दे, उत्तर कोरिया अपनी सीमा चीन और दक्षिण कोरिया के साथ साझा करता है। इसलिए कई लोगों का मानना है कि यहां कोरोना का एक भी मामला नहीं होना असंभव है।

तोकेलाऊ

दक्षिण प्रशांत महासागर में तीन उष्णकटिबंधीय प्रवाल द्वीपों से मिलकर बना है। टोकेलाऊ को आधिकारिक तौर पर न्यूजीलैंड सरकार और टोकेलाऊ की सरकार, दोनों द्वारा राष्ट्र माना जाता है। तीनों प्रवाल द्वीपों का कुल क्षेत्रफल चार वर्ग मील है। यहां पर कोई एयरपोर्ट नहीं है। तोकलाऊ जाने के लिए एकमात्र साधन समुद्री जहाज है। टोकेलाऊ की जनसंख्या लगभग 1500 है, जो किसी भी संप्रभु राज्य या अधीन क्षेत्र में चौथी न्यूनतम जनसंख्या है।

सेंट हेलेना

सेंट हेलेना सेंट हेलेना ऑफ कान्सन्टपोल के नाम पर रखा गया दक्षिण अटलांटिक महासागर में ज्वालामुखी के माध्यम से विकसित हुआ एक द्वीप है। यह अफ्रीका के दक्षिण-पश्चिमी तट से 1950 किमी की दूरी पर स्थित है। एसेंशन आईलैंड इसके सबके निकट है, जिसका उपयोग अमेरिकी एयरफोर्स करती है। WHO के अनुसार, यहां प्रति 100 लोगों की आबादी पर दी जाने वाली कुल वैक्सीन डोज की संख्या 138 है।

पिटकेर्न द्वीप समूह

पिटकेर्न द्वीप चार ज्वालामुखी द्वीपों का एक समूह है, जो प्रशांत महासागर में एकमात्र ब्रिटिश प्रवासी क्षेत्र है। यहां (Pitcairn Islands) निवासियों की जनसंख्या 50 है और उनमें से अधिकांश एडमस्टाउन गांव के पास रहते हैं। यह द्वीप एचएमएस बाउंटी के नाविकों के वंशजों द्वारा बसाया हुआ है। कोरोना मामलों की कोई रिपोर्ट नहीं होने के बावजूद अमेरिकी सरकार ने द्वीपों पर संक्रामक रोगों के संबंध में उच्च जोखिम की चेतावनी दी है।

नियू

नियू द्वीप न्यूजीलैंड से 2400 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। द्वीप राष्ट्र नीयू दुनिया के सबसे बड़े प्रवाल द्वीपों में से एक है। कोरोना महामारी से निपटने के लिए नियू को न्यूजीलैंड लगातार सहायता मिलती है।

नाउरु

नाउरु अथवा नौरू, आधिकारिक तौर पर नाउरु गणराज्य, मैक्रोनेशियाई दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप राष्ट्र है। इसकी आबादी लगभग 10 हजार के करीब है। नाउरु ने भी अपने पड़ोसी द्वीप राष्ट्रों किरिबाती के समान ही यात्रा प्रतिबंधों के माध्यम से कोरोना वायरस पर अब तक काबू पाया है।

किरिबाती

किरिबाती, आधिकारिक तौर पर किरिबाती गणराज्य, मध्य उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप देश है।यह हवाई से 3,200 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित है। यहां (Kiribati) प्रशासन ने यात्रा प्रतिबंध जल्दी लगा दिए थे और यहां मुट्ठी भर फ्लाइट ही आती हैं, जिसके कारण इन नियमों को लागू करना आसान था। इसी वजह से यहां कोरोना वायरस का कोई केस नहीं मिला है।

माइक्रोनेशिया

माइक्रोनीशिया (Micronesia) ओशिआनिया का एक उपक्षेत्र है जिसमें प्रशान्त महासागर के पश्चिमी भाग में स्थित हज़ारों छोटे द्वीप आते है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, यहां कोरोना के एक भी मामले नहीं आए हैं।