
सोनम रघुवंशी ही अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या की आरोपी निकली हैं। मेघालय में लगभग 17 दिन से लापता रहने के बाद, सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के एक छोटे से ढाबे से पुलिस ने बरामद किया है। अब सामने यह भी आ रहा है कि अपने हनीमून की पूरी प्लानिंग भी सोनम ने खुद ही की थी, और उसने अपने पति के साथ हनीमून ट्रिप के लिए खासतौर पर मेघालय को ही चुना था।
जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि सोनम रघुवंशी ने मेघालय जाने की टिकट जरूर कराई थी, लेकिन वापसी की बुकिंग का कोई स्पष्ट प्लान या व्यवस्था नहीं बनाई थी। इस वजह से पुलिस को शक है कि सोनम ने पहले से ही अपने पति राजा को हटाने का एक सुनियोजित प्लान बना रखा था।
मैरिज ब्यूरो के जरिए राजा और सोनम की हुई थी मुलाकात, जो इंदौर में रघुवंशी समाज के मैरिज ब्यूरो के माध्यम से संभव हुई थी। दोनों परिवारों के मिलने के बाद उनकी सगाई 10 फरवरी को हुई और फिर 11 मई को दोनों की शादी संपन्न हुई। शादी के बाद सोनम केवल तीन दिन अपने ससुराल में रही, इसके बाद 15 मई को उसके परिवार वालों ने उसे मायके ले लिया था।
राजा रघुवंशी का शव लापता होने के 11 दिन बाद मिला था। 20 मई को सोनम और राजा हनीमून मनाने मेघालय गए थे, लेकिन तीन दिन बाद यानी 23 मई को दोनों लापता हो गए। माना जा रहा है कि राजा की हत्या 23 मई या उसके बाद की ही गई होगी। 2 जून को शिलांग के एक वॉटरफॉल के पास राजा का शव मिला। हालांकि, तब तक सोनम का कोई सुराग नहीं मिला था, केवल उसकी एक खून लगी हुई जैकेट बरामद हुई थी।
राजा को आखिरी बार तीन अन्य आरोपियों के साथ देखा गया था। पुलिस की शुरुआती जांच में यह पता चला कि शिलांग के गाइड ने राजा कुशवाह को तीन अन्य आरोपियों — विशाल चौहान, राज कुशवाह और आकाश कुशवाह — के साथ अंतिम बार देखा था।
राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच कर रही इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने भी इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। उन्हें 8 जून की रात सूचना मिली कि सोनम रघुवंशी को गाजीपुर के काशी ढाबे पर नंदबाग पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सोनम ने देर रात अपने भाई को फोन किया था, और उस ढाबे के मालिक ने पुलिस को जानकारी दी, जिसने सोनम के फोन से कॉल कराने में मदद की।
इस पूरे मामले ने पुलिस और परिवार के बीच कई सवाल खड़े कर दिए हैं और यह अब जांच एजेंसियों की सतर्कता का विषय बन चुका है।