‘बर्बाद अर्थव्यवस्था’ कहने वाले अब मौन? GDP ग्रोथ पर भाजपा का राहुल गांधी पर कटाक्ष

भारत की अर्थव्यवस्था ने एक बार फिर मजबूती का संकेत दिया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2025–26 की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि 8.2 प्रतिशत रही है। इस प्रभावशाली वृद्धि के बाद भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “दूरदर्शी और निर्णायक नेतृत्व” को इसकी वजह बताते हुए विपक्ष पर चुटकी ली। भाजपा ने तंज कसते हुए पूछा कि वे लोग अब कहां हैं जो दावा कर रहे थे कि देश की अर्थव्यवस्था “खंडहर” हो गई है।

पिछले वर्ष इसी अवधि में GDP ग्रोथ 5.6% थी। मौजूदा तिमाही का यह आंकड़ा न सिर्फ अनुमान से बेहतर है, बल्कि विशेषज्ञों का मानना है कि GST दरों में कमी से खपत में आए सुधार का इस विकास में बड़ा योगदान रहा। अप्रैल–जून तिमाही में आर्थिक वृद्धि 7.8% दर्ज की गई थी।

मोदी सरकार की नीतियां जिम्मेदार: भाजपा की प्रतिक्रिया

इस आर्थिक उछाल पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि जब पूरी दुनिया आर्थिक अनिश्चितता से जूझ रही है, तब भारत प्रधानमंत्री मोदी की स्थिर नीतियों, सुधारों की गति और मजबूत नेतृत्व की वजह से आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि जीएसटी स्लैब में तार्किक सुधार, वित्तीय अनुशासन और संतुलित मौद्रिक नीतियों ने निवेश और खर्च, दोनों में नया उत्साह भर दिया है। इन परिस्थितियों ने भारत को वैश्विक आर्थिक विकास के केंद्र में स्थापित करने में मदद की है। मालवीय ने ‘एक्स’ पर लिखा कि भारत अभी भी दुनिया की तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे आगे है, और जुलाई–सितंबर 2025 में 8.2% की उल्लेखनीय ग्रोथ इसका सबूत है। उनकी पोस्ट के मुताबिक, भारत ने घरेलू मांग, बढ़ते निवेश और लंबे समय से लागू सुधारों की बदौलत वैश्विक सुस्ती से अपने आप को काफी हद तक अलग रखा।

“अर्थव्यवस्था तबाह” कहने वालों पर भाजपा का वार

भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी आंकड़ों को प्रभावशाली बताते हुए अप्रत्यक्ष रूप से राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जो लोग कहते थे कि अर्थव्यवस्था चौपट है, वे अब दिखाई क्यों नहीं दे रहे? उनका राजनीतिक करियर खत्म हो चुका है।”

कुछ समय पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान का हवाला देते हुए दावा किया था कि प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को छोड़कर हर कोई जानता है कि भारत एक “डेड इकोनॉमी” बन चुका है, और सरकार की नीतियों ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है।

प्रदीप भंडारी ने भी साधा निशाना

भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी राहुल गांधी के पूर्व बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि ताज़ा GDP आंकड़े मोदी सरकार के शासन में भारत की तेज़ आर्थिक प्रगति को दर्शाते हैं और यह साबित करते हैं कि देश की अर्थव्यवस्था पहले से अधिक मजबूत आधार पर खड़ी है।