दोस्ती का रिश्ता बहुत गहरा होता है जिसे कोई भी आसानी से नहीं तोड़ सकता हैं। लेकिन जब इस रिश्ते में बात पैसों की आ जाएं तो इस रिश्ते को भी बर्बाद होने में देर नहीं लगती हैं। इसलिए कहा जाता हैं कि कभी भी दोस्ती के बीच पैसों का लेनदेन नहीं करना चाहिए। लेकिन कई बार ऐसे हालात बनते हैं कि दोस्त को पैसे देने पड़ जाते हैं। अक्सर देखने को मिलता हैं कि जब पैसे लौटाने का वक्त आता है तो दोस्त इस बात को भूल ही जाता है। अगर दोस्त उधार लिया हुआ पैसा नहीं लौटा रहा हैं तो आपको ऐसे में सावधानी बरतते हुए कुछ तरकीब अपनाने की जरूरत पड़ती हैं ताकि पैसे भी आ जाए और रिश्ते पर इसका असर भी ना पड़े। आइये जानते हैं ऐसे तरीकों के बारे में...
फोन पर प्यार से बात करते हुए रिकॉर्डिंग करें सबसे पहले आपको सारी बातें भुलाकर उस व्यक्ति से पर्सनली पैसे मांगने चाहिए। आप उसे सीधे-सीधे सारी बातें बताएं कि उन्होंने कितने पैसे आपसे लिए हैं और आपको कब तक पूरे पैसे चाहिए। ऐसा करने से पूरी बात क्लियर रहेगी और आपके पास रिकॉर्ड भी रहेगा कि आपने पहले पैसे मांंगने की कोशिश की थी।
आपकी जरूरत बताएंजिस दोस्त से पैसे उधार लिए हैं उसे बताएं कि आपको पैसों की इस समय बहुत जरूरत है। किसी भी तरह से वह आपको पैसे वापस लौटा दें ताकि आप अपनी जरूरत को पूरा कर सकें। उनको अपनी परेशानियों से अवगत कराएं। अपनी जरूरत को साबित करने के लिए कोई साक्ष्य हो तो वह भी दिखाएं। हो सके तो दोस्त से पैसों की लेनदेन का बात सामने से करें, न कि फोन या मैसेज के जरिए।
अपनों के आगे करें उनके उधार की बातें हर इंसान अपने दोस्तों और परिवार के सामने अपनी बड़ी ही सुन्दर छवि रखना चाहता है। बस, उनके अपनों के आगे उधार की बातें कीजिये, उन्हें खूब शर्मिंदा कीजिये लेकिन बिना नाम लिए। अगर इस से भी काम ना बने तो नाम ले ही लीजिये। यह पक्का है कि अगर उनकी आँखों में ज़रा भी शर्म होगी तो आपके पैसे जल्द वापस आएँगे।
किश्त कर दें तयअगर आपने दोस्त को बड़ी रकम दी है और वह उस रकम को वापस करने में अपनी अक्षमता बताए तो एक किश्त तय कर दें। दोस्त के साथ बात करके एक समय तय कर दें, जिसमें हर महीने उसे एक तय कीमत वापस देनी होगी। इससे दोस्त पर पैसों का बोझ भी नहीं पड़ेगा और देर से ही सही आपके पैसे भी वापस आ जाएंगे। अगर दोस्त बहाने बना रहा हुआ तो इस विकल्प से उसे बहाने बनाने का मौका भी नहीं मिलेगा। उनसे पैसों की लेनदेन के लिए काॅन्ट्रैक्ट भी साइन करा सकते हैं।
सोशल मीडिया की लें मदद आजकल सोशल मीडिया का ज़माना है। बिना उनका नाम लिए या सीधा बदनाम किये, फेसबुक या ट्विटर पर उधार संबंधी बातें कीजिये! बातों ही बातों में कहिये कि कैसे आप अपने उधारियों का चेहरा सबके सामने लाने वाले हैं। समाज में बेइज़्ज़ती का डर उन्हें आपके पैसे वापस करने पर मजबूर कर देगा।
पैसों के बदले लें दोस्त की कोई चीजदोस्त पैसे देने में आनाकानी करें तो उसकी कोई चीज उसे देने को कहें, जिसे गारंटी के तौर पर आप अपने पास रखें। जैसे उनकी कार, घर के कागज या अन्य कोई कीमती सामान। इससे दोस्त अपने सामान को वापस पाने के लिए आपका पैसा लौटाने की जल्द से जल्द कोशिश करेगा। हालांकि आपको उसे यह महसूस कराना होगा कि आप उनसे उनकी कोई चीज इसलिए मांग रहे हैं तो ताकि आप भी अपने घर वालों को समझा सकें। इससे दोस्त को आपकी इस बात का कम बुरा लगेगा।
परिवार या अन्य दोस्तों की लें मददअगर दोस्त आपकी बात न सुन रहा हो तो परिवार या अपने काॅमन दोस्तों से बात करें। जिस दोस्त ने पैसे लिए हैं, उसके परिवार से बात करें या अपने परिवार के जरिए दोस्त से पैसे मांगे ताकि वह झेप कर आपके पैसे लौटा दें। अपने अन्य दोस्तों से भी उधार लेने वाले दोस्त को समझाने के लिए कह सकते हैं। लेकिन ऐसा उसी स्थिति में करें जब आपको पैसों की बहुत जरूरत हो, ताकि आपको दोस्त को आपके इस कदम से बुरा न लगे।
कानूनी विकल्पों पर विचार करेंयह आपका एकदम आखिरी विकल्प होना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने पर आपकी दोस्ती लगभग टूट जाएगी। इस समस्या को सुलझाने के लिए आप हर मुमकिन कोशिश कर चुके हैं, लेकिन फिर भी आपको आपका पैसा वापस नहीं मिला है। यदि अदालत का दरवाजा खटखटाने की नौबत आ गई है तो आपको इससे जुड़े सबूत जैसे कागजात, रिकॉर्डेड मैसेज, समझौता, गवाह आदि जुटाने का काम शुरू कर देना चाहिए ताकि आपका केस मजबूत हो सके। ऐसा करने से आप पर आर्थिक बोझ पड़ सकता है। बताने की जरूरत नहीं है कि आपके पक्ष में फैसला मिलने में कई महीने या कई साल भी लग सकते हैं।