हर किसी के जीवन में विभिन्न मोड़ आते हैं जहां कई लोग मिलते हैं तो कुछ दोस्त भी बनते हैं। इनमें से कुछ के साथ तो हमेशा का रिश्ता बन जाता हैं, लेकिन कुछ पीछे ही छूट जाते हैं। स्कूल, कॉलेज, ऑफिस आदि जगहों पर कई लोगों से मुलाकात होने के बाद जानकारी होती हैं। अब यह आप पर निर्भर होता हैं कि इसे कितना आगे बढ़ाना हैं। हांलाकि कई बार ऐसा होता हैं कि अच्छी दोस्ती होने के बावजूद काम की व्यस्तता के चलते साल या महीनों तक बात नहीं कर पाते हैं। ऐसे में बाद में बात करने में हिचक, संकोच महसूस होने लगती है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि अपने पुराने दोस्तों से रीकनेक्ट किया जाए, तो आज हम आपको कुछ टिप्स देने जा रहे हैं जो आपके बहुत काम आएंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में...
ना ढूंढे कोई वजहपुराने दोस्तों से जुड़ने के लिए किसी कारण की जरूरत नहीं होती। बस फोन उठा कर कॉल, वीडियो कॉल, मैसेज और वॉट्सअप कर उनके साथ बिताए सुनहरे दिनों के बारे में बातें करें। बातचीत करके मिलने के लिए एक टाइम तय करें। अगर आप अलग-अलग शहरों में रहते हैं तो बस एक फ्रेंड्स ट्रिप प्लान कर सकते हैं। इन तमाम तरीकों को अपना कर, अपने पुराने वक्त को याद करके और फिर से वही समय बिताकर एक बार खुद को तरोताजा कर सकते हैं।
मिलने का प्लान बनाए लंबे वक्त बात वापस दोस्त से मिलने से पहले बेहद जरूरी है कि आप उन्हें सहज महसूस करवाएं। कुछ दिनों तक फोन या फिर मैसेज पर बात करने के बाद मिलने का प्लान बनाएं। इसके लिए आप घर या फिर रेस्टोरेंट जा सकते हैं, जहां एक दूसरे की कंपनी को एन्जॉय करें। आमने-सामने लंबी बातचीत से आप दोनों को अच्छा लगेगा। इस दौरान दोनों को एकदूसरे की कंपनी अच्छी लगी तो दोबारा मिलने का प्लान बनाएं।
पहली बातचीत हो छोटी स्कूल व कॉलेज के दोस्तों से फिर से मिलते वक्त अपनी पहली बातचीत थोड़ी छोटा और फनी रखें। अपने दोस्त को भी खुद के बारें में बोलने का समय दें। एक बार जब आप दोनों अपने यादों में खो जाएंगे तो फिर से मिलने का बहाना मिल जाएगा। एक पुरानी दोस्ती को फिर से जीवंत करने के लिए बस और क्या चाहिए।
पुरानी बातों को भूला देंकोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन गलत था, उन पुराने मुद्दों को हल करने का प्रयास करें जिनके कारण आप दोनों का संपर्क टूट गया। आरोप-प्रत्यारोप के खेल में न पड़ें और मामले को परिपक्व तरीके से सुलझाने का प्रयास करें। रिश्ते में ईमानदार रहें, यदि आप इस मित्रता को जारी रखना चाहते हैं तो एक मजबूत नींव का निर्माण आवश्यक है। एक बार जब आप एक साथ हंसना बोलना फिर से शुरू कर देंगे तो आप ये भूल जाएंगे कि दोबारा से संपर्क जोड़ना इतना भी कठिन नहीं है। बस हम अपने दिमाग में ये विचार धारण कर लेते हैं कि लंबे समय बाद कैसे बात करेंगे, इसलिए आपको सब कठिन लगने लगता है।
यादें करें ताजाबातचीत की शुरुआत कर रहे हैं तो धीरे-धीरे एक-दूसरे से मिलना-जुलना शुरू करें। पुरानी यादों को ताजा करें, एक-दूसरे से शेयर करें। उन दिनों की बातें, घूमना-फिरना, मौज-मस्ती को याद करके उस पल को महसूस करने की कोशिश करें। अतीत में बिताए सुखद पलों को याद करके खूब हंसे। जहां गलतियां की थीं, उनको एक्सेप्ट करें। यादें आपकी टेंशन, स्ट्रेस को भी रिलीज करने में मदद करेंगी।
बनें अच्छे श्रोता
अगर आप पुराने दोस्त को मिलने के बुलाएं और पूरे वक्त खुद ही बातचीत करते रहेंगे तो आपके दोस्त को थोड़ा बुरा महसूस हो सकता है। मीटिंग के दौरान कुछ समय अपने दोस्त को भी दें और एक अच्छे श्रोता बनें। पुरानी दोस्ती की नई शुरूआत दोनों ओर से होनी चाहिए। दोनों को बराबर मौका मिलना चाहिए।