हर रिश्ते में उतार-चढ़ाव तो देखने को ही मिलते हैं जहां कई बार ऐसे मौके आते हैं जब सामान्य नोंक-झोंक बढ़ते हुए विक्राल रूप ले लेती हैं। ऐसे समय में दोनों पार्टनर को एक-दूसरे पर गुस्सा आ रहा होता हैं जो बढ़ता चला जाता हैं तो रिश्ते पर संकट खड़ा हो सकता है। ऐसे में समझदारी दिखाते हुए गुस्से को शांत करना चाहिए और मामले को बढ़ने से रोकने की जरूरत हैं। हांलाकि यह समस्या नहीं सुलझती हैं तो मन में पार्टनर के प्रति द्वेष बना रहता ही हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से खुद के गुस्से को शांत किया जा सकता हैं और अपने बिगड़ते रिश्ते को बचाया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं किस तरह शांत करे अपना गुस्सा...
अपने पार्टनर को माफ कर दें
सबसे पहले यह पता लगाएं कि आप क्यों उदास हैं? आप को आप के पार्टनर की कौन सी बात अच्छी नहीं लगी? यदि एक बार आप अपनी उदासी का कारण पता लगा लेते हैं तो आप उसे अपने पार्टनर के साथ मिल कर सॉल्व भी कर सकते हैं। आपस में खुलकर बात करें। चीजों को अनसुलझा छोड़ना ठीक नहीं। जितना संभव हो सके रिश्तो में दूरी ना आने दें।
इगो को बीच में न लायें
अगर आप हमेशा सोचते हैं कि आप ही सही हैं और हमेशा यह उम्मीद करते हैं कि आपका पार्टनर आकर आपसे माफी मांगे तो यह बिल्कुल सही नहीं। अगर आपका पार्टनर भी इसी तरह सोचे तब हालात और खराब हो जाएंगे। ऐसे में कोई भी एक दूसरे से माफी नहीं मांगेंगा और दोनों ही जिद्द पर अड़े रहेंगे। अतः अपनी जिद छोड़कर आप खुद पहल करके तो देखिए। अपने पार्टनर को प्यार से बताएं कि उनकी गलती क्या है। न की उनके सॉरी बोलने का इंतजार करें।
अपनी जिम्मेदारी लें
यदि आपको महसूस हो रहा है कि गलती आपकी तरफ से हुई है तो बिना देर किए उसे स्वीकार कीजिए।यकीन मानिए आप के इस व्यवहार पर आपका पार्टनर खुद को भी माफी मांगने से नहीं रोक पाएगा। माफी मांगना व सॉरी कहने में कुछ गलत नहीं खासकर जब इसकी आंच आपके रिश्ते पर पड़ रही हो। यकीन मानिए आप दोनों के रिश्ते को बचाने के लिए आपका व्यवहार सेतु का काम करेगा। लड़ाई कितनी भी बड़ी हो लेकिन पहल करने से झगड़ा जल्दी खत्म हो सकता है।
भावनात्मक सपोर्ट करें
जब आपका पार्टनर आपसे नाराज हो, चाहे वह लड़की है या लड़का, लेकिन उस समय वह आप से इमोशनल सपोर्ट की उम्मीद रखता है। ऐसे में यदि आप खुद इमोशनली कमजोर बन कर दिखाते हैं या वह नहीं कर रहे है जो वह आप से उम्मीद कर रहा है, तो वह मन ही मन आप के लिए इज्जत खो सकता है। ज्यादातर रिश्तों मे महिलाओं का ऐसे अंदर से टूटना व उनके पार्टनर के लिए उनके मन से इज्जत खोना ही ब्रेक अप का सबसे बड़ा कारण होता है। तो एक दूसरे के लिए इमोशनल सपोर्ट भी काफी जरूरी है।
तोड़ें खामोशी की दीवार
पार्टनर्स के बीच में ख़ामोशी लड़ाई से भी ज्यादा नुक़सान करती है। यह खामोशी एक अभेद्य बर्फ की चट्टान का काम करती है। जिसको तोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसी परिस्थिति में समझदारी से काम लेते हुए घर के बड़ों को बीच में लाएं। खामोशी को तोड़ें, आपस में बात करें। वरना बहुत बड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं। इसलिए किसी भी हालात में दोनों चुप न रहें।