इस तरह बनाए लवर और पेरेंट्स के बीच बैलेंस, बना रहेगा प्यार और परिवार

समाज में समय के साथ बदलाव आए हैं लेकिन आज भी कई पेरेंट्स अपने बच्चों की लव मैरिज को लेकर नाराज रहते हैं और उन्हें डॉमिनेट करते हुए लव लाइफ को पूरी नहीं होने देते हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि बच्चे प्यार और पेरेंट्स के बीच बैलेंस बनाकर चलें। अक्सर देखा जाता हैं कि बच्चे ऐसे मामले में अपने पेरेंट्स को नजरअंदाज करते हैं लेकिन यह आपके जीवन से खुशियां छिन सकता हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ बातें बताने जा रहे हैं जिनका ध्यान रख आप अपने प्यार और माता-पिता के बीच संतुलन बना पाएंगे और अपने माता-पिता को अपने प्यार और रिलेशनशिप के लिए मना सकेंगे।

अपनी पसंद के बारे में शुरु से ही बताएं

माता-पिता वैसे अपने बच्चों को अच्छे तरीके से जानते हैं और उन्हें पता होता है कि उनके बच्चे कब क्या चाह रहे होंगे। इसी तरह बच्चों को भी अपने माता-पिता को समझना चाहिए और इसलिए शुरू से ही अपने माता-पिता को अपने प्यार और पसंद के बारे में बता दें। वहीं अगर आप अपने पार्टनर को लेकर पूरी तरह से मन बना चुके हैं, तो उनकी मुलाकात अपने माता-पिता से भी करवा दें। वहीं दोनों को एक साथ बाहर ले जाएं और खास कर अपनी मम्मी को उस लड़की के करीब लाने की कोशिश करें। अगर एक बार ये दोनों एक दूसरे को थोड़ा सा पसंद करने लगें, तो चीजें बाद के लिए अपने आप ही आसान होगी लेगेंगी।

बताने से पहले खुद भी हो जाए निश्चिंत

यह बहुत ज़रूरी है के माता पिता को कुछ भी बताने से पहले अपने आप में सारी बातें निश्चय करें और पहले खुद इस बात का निर्णय करें कि जिस इंसान को आपने चुना है वह सही है या नहीं। यह बात बड़ी ही अहम् है कि हमारे माता-पिता कभी भी हमारा बुरा नहीं चाहेंगें। माता या पिता में से जिनसे आप ज्यादा करीब हैं और जिनसे आप अपनी सभी बातें शेयर करते हैं तो पहले उन्हें बताने से चीज़ें कुछ आसान हो सकती हैं। कई मा-बाप इन बातों को लेकर खुश होते हैं लेकिन कुछ लोगों के लिए इस बात को स्वीकार करना कुछ मुश्किल हो जाता है। ऐसे में धैर्य से काम लेना बहुत ज़रूरी हो जाता है

मां-बाप को नजरअंदाज न करें

मम्मी-पापा को सबसे ज्यादा परेशानी उस वक्त होने लगती है, जब उनके बच्चे प्यार के लिए उन्हें नजरअंदाज करने लगते हैं। ऐसे में समय पर माता-पिता की चीजे न लाना, उनके काम को नजरअंदाज करना और उनके साथ समय न बिताना आपके प्रति उनके रवैए को और सख्त बना सकता है। वहीं आपका समय न देना माता-पिता में एक जलन पैदा कर सकता है। इसलिए आप अपनी मां-पापा को पहले जितना की समय और महत्व दें और अपने प्यार को इस बारे में समझाएं कि आपके लिए मां और पापा भी उतने ही जरूरी है, जितना कि वो।


फैसले सुनाएं नहीं, मम्मी पापा को मनाएं

किसी भी डामिनेटिंग इंसान में एक चीज बहुत खराब होती है कि आप उसे अपने फैसलों और राय को बदलने के लिए आसानी से मना नहीं सकते। पर ये आपके माता-पिता हैं और आपसे प्यार करते हैं, तो एक बार चीजों को समझने की कोशिश जरूर करेंगे। तो अगर आप उन्हें शादी करने के लिए मना रहे हैं या उन्हें अपने पसंद को मिलने के लिए कह रहे हैं, तो इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित करें और मनाएं। ये नहीं कि आप उनके कहें कि आपको लोगों को ऐसा करना पड़ेगा, नहीं आप आप अपने मन ही करेंगे। इस तरह का जिद्दी रवैया न अपनाएं, इसकी जगह उन्हें प्यार से मनाने और समझाने की कोशिश करें।

रिश्ते पर दिलाएं यकीन

आप जिस व्यक्ति को पसंद करते हैं, उसके बारे में आपके माता-पिता को बताते वक़्त यह ध्यान रखे कि उनकी नकारात्मक बातें तुरंत और एक साथ न बताएँ। पहले अच्छी बातों पर ध्यान दे कर उन्हें अपने रिश्ते पर यकीन दिलाएं। यह ध्यान रहे कि जब तक आपके माँ-बाप आपकी इस बात से सहमत नही होते तब तक मिलाने कि जल्दबाज़ी न करें। यह ध्यान रहे कि वे इस स्थिति में हो कि आपकी बातें स्वीकार कर सकें और सकारात्मक तरीके से आपको मदद कर सकें।