अगर आपका पार्टनर है डिप्रेशन की समस्या का शिकार, इस तरह रखे उनका ख्याल

आजकल तरह-तरह की समस्याओं की वजह से युवाओं में तनाव और चिंता की समस्या बढ़ती चली जा रही है। जब तनाव ज्यादा बढ़ जाता है, तो वह डिप्रेशन का रूप ले लेता है. ऐसे समय में सामने वाले को सबसे ज्यादा आवश्यकता ऐसे व्यक्ति की होती है जिससे वो सबसे अधिक प्रेम करता है। लेकिन सामने वाले व्यक्ति को कई बार समझ नहीं आता है कि इस परिस्थिति का सामना कैसे किया जाए क्योंकि तनाव से ग्रसित व्यक्ति का व्यवहार इन दिनों बहुत अजीब हो जाता है। यह जानना भी आसान नहीं होता कि कोई डिप्रेशन की समस्या का किस हद तक शिकार है और क्या उसे मेडिकल हेल्प की जरूरत है या नहीं। डिप्रेशन कम हो या ज्यादा, इस समस्या में पार्टनर का विशेष ख्याल रखने की जरूरत होती है। जानें, ऐसी स्थिति में आपको क्या करना चाहिए।

झिड़क कर बात न करें

जो लोग डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं, उनके व्यवहार में बदलाव आने लगता है। वे मूड स्विंग की समस्या से जूझने लगते हैं। कभी वे खुश दिखते हैं तो कभी काफी चिंतित। ऐसे लोग कुछ ऐसी हरकत कर सकते हैं जो आपको अच्छी नहीं लगे। फिर भी इनसे प्यार से बात करें। कभी झिड़क कर बातें नहीं करें।

अकेला न छोड़ें

ऐसे समय में गलती से भी अपने पार्टनर को अकेला न छोड़ें क्योंकि अकेले छोड़ देने पर उन्हें ऐसा ख्याल आ सकता है कि उनका तो कोई है ही नहीं। ओवरथिंकिंग करके वे अपनी समस्या को काफी हद तक बढ़ा लेंगे। यदि पार्टनर आपके साथ नहीं रहते हैं तो कोशिश करें कि फोन की सहायता से ज्यादा से ज्यादा समय आप उनसे जुड़े रहें। उनसे सारी सकारात्मक बातें करें।

बीमारी के बारे में जानें

हमारे समाज में मानसिक बीमारियों को लेकर जागरूकता की काफी कमी है। कोई जल्दी इसे मानने को तैयार नहीं होता। लोग डिप्रेशन और दूसरी मानसिक बीमारियों से जूझ रहे लोगों की समस्या को जल्दी नहीं समझ पाते हैं। इसलिए इस बीमारी के बारे में जानने की कोशिश करें और उसी के अनुरूप ही व्यवहार करें।

बातों को खुद पर न लें

तनाव में कोई भी बात खुद पर ना ले क्योंकि आप इस बात को समझिए कि सामने वाला जो भी बात कह रहा है वो उस विषय में सही तरीके से सोचने- समझने की स्थिति में नहीं है फिलहाल तो ऐसे समय में कोशिश करें कि आप उनकी बातों को बस सुनते रहें और विश्वास दिलाएं कि आप सब समझ रहे हैं और सबकुछ जल्द ही बेहतर भी होगा।

काम में हाथ बटाएं

तनाव के कारण उनका दिमाग नहीं चलता और वो जो काम पहले 1 घंटे में किया करते थे उन्हें वही काम करने में अधिक समय लगता है तो ऐसे में वो और दुखी हो जाते है| इसलिए कोशिश करें कि आप अपने पार्टनर का ज्यादा से ज्यादा कामों में हाथ बटाएं ताकि वे खुद को कमजोर न समझें और उनका काम भी समय से हो जाए।

आशा की किरण दिखाएं

उन्हें लगता है कि जीवन में कुछ करने को, जीने को बचा ही नहीं है। ऐसे में उन्हें यह महसूस करवाएं कि उनका जीवन आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है। आप लोग साथ- साथ कितना कुछ कर सकते हैं। आगे भविष्य कितना खूबसूरत है। यह सब बातें उन्हें एक उम्मीद देंगी।