बच्चों का बातों को अनसुना करना बनती है बड़ी परेशानी, इन तरीकों की मदद से सुलझाए इसे

बच्चों की उम्र बढ़ने के साथ-साथ उनके व्यवहार में भी बदलाव आने लगता है, खासतौर से वे अपने माता-पिता और बड़ों की बातों को अनसुना करने लगते हैं। उनकी यह आदत उन्हें परेशानी में डालती है और भविष्य में उनके व्यवहार के लिए हानिकारक होती है। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी होती है कि अपने बच्चों को समझाया जाए और इस परेशानी को दूर किया जाए। इसलिए आज हम आपके लिए क्कुह ऐसे उपाय लेकर आए है जिनकी मदद से आप अपने बच्चों को समझा सकते हैं।

* 'ना' की जगह कहें ये

बच्चों को सीधा न सुनना बिल्कुल भी नहीं पसंद होता। उन्हें लगता है आप उनकी बात नहीं मानते। इसलिए अगर वह आपसे किसी चीज को लेने या फिर गेम खेलने को बोल रहे है तो उन्हे सीधा न करने की बजाय उनसे बोले पहले होमवर्क कर लें फिर जो मन आया करना। इससे वह खुश हो कर जल्दी अपना काम खत्म करेंगे।

* बच्चे का ध्यान अपनी ओर खींचे

जब कभी बच्चा टीवी, वीडियो गेम्स देख रहा हो उसे इससे हटाने के लिए दूर से चिलाकर न रोके बल्कि उसके पास जाकर टीवी और वीडियो गेम्स की आावाज धीमी करके उसे प्यार से इसे बंद करने के बोलें। उनसे बात करने के लिए उनके सामने बैठ कर आंखों में आंखे डाल कर बात करें। इससे उनका ध्यान आपकी तरफ खींचा जाएंगा और वह आपकी बात भी सुनेगा।

* कहानी के जरिए समझाएं

बच्चों को कहानी सुनना बहुत पसंद होता है। वे अक्सर अपने दादा-दादी से कहानी सुनाने को बोलते है। अगर आपका बच्चा भी पढ़ाई की अहमियत नहीं समझता तो उसे डांट कर नहीं कहानियों के जरिए इसका महत्व समझाएं। इससे वे बहुत जल्दी समझ जाएंगे।

* हल्की सजा दें

हल्की का मतलब ये नहीं कि आप उन्हें डांटे बल्कि उन्हें बोले अगर तुमने कहा न माना तो तुम्हें यह चीज बिल्कुल भी नहीं मिलेंगी या फिर मैं तुम्हें फेवरट् डिश नहीं बना कर दूंगी। इससे उन्हें याद रहेगा आपने उन्हें कहना न मानने पर उनकी पसंद की चीज नहीं लेकर दी।