नवरात्रि के इस पर्व में मातारानी के भक्त व्रत-उपवास करते हैं और फलाहार ग्रहण करते हैं। लेकिन लगातार साबूदाना खिचड़ी, साबूदाना वड़ा जैसी चीजों के सेवन से मुंह का स्वाद छीनने लगता हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए फलाहार में डोसा बनाने की Recipe लेकर आए हैं। इससे न सिर्फ आपके मुंह का स्वाद बदल जाएगा, बल्कि यह पेट के लिए हल्का होने के साथ ही एनर्जी से भी भरपूर होगा। तो आइये जानते है इसकी Recipe के बारे में।
आवश्यक सामग्री समा के चावल - 1 कप
साबूदाना - 4 टी स्पून
उबले आलू - 2
चीनी - 1 टी स्पून
काली मिर्च - 1/2 टी स्पून
हरी मिर्च बारीक कटी - 2
अदरक कसा - 1 टुकड़ा
मूंगफली दाने - 1 टेबल स्पून
हरा धनिया कटा - 1/2 कप
जीरा - 1 टी स्पून
सेंधा नमक - स्वादानुसार
बनाने की विधिव्रत वाला डोसा तैयार करने के लिए सबसे पहले समा के चावल और साबूदाना को लें और इनमें चीनी मिलाकर इस मिश्रण को मिक्सर ग्राइंडर में डाल दें और इसका बारीक पाउडर बना लें। जब पाउडर बन जाए तो उसे एक बाउल में निकाल लें। अब इस पाउडर में काली मिर्च, सेंधा नमक मिला दें। अब डोसा बनाने के लिए मिश्रण को पतला कर दें। ध्यान रहे मैटर इतना पतला होना चाहिए जैसा की सामान्य डोसा बनाने के दौरान किया जाता है।
अब एक कड़ाही लें और उसे गर्म करने के लिए रख दें। अब इसमें मूंगफली डालकर ड्राई रोस्ट करें। लगभग एक मिनट तक ऐसा करने के बाद इसमें घी डाल दें। इसके बाद जीरा, हरी मिर्च और अदरक डालकर 1 मिनट तक फ्राई करें। अब आलू लें और उन्हें अच्छे से मैश कर इसमें डाल दें। इसके बाद काली मिर्च पाउडर, धनिया पत्ती और सेंधा नमक डालकर इसे अच्छे से मिला दें। इसे कुछ देर पकाने के बाद आंच बंद कर दें और स्टफिंग को निकालकर कर एक प्लेट में रख दें।
अब गैस को तेज आंच पर रख तवा गर्म करने रखे दें। अब इस पर तेल डालें और टीश्यू पेपर की मदद से साफ कर लें। अब डोसे के लिए तैयार किए गए मैटर को लें और उसे तवे के बीच में डाल दें। इसके बाद इसे सामान्य डोसे की तरह ही बीच से फैलाएं। अब चारों और थोड़ा तेल फैला दें और डोसे को अच्छी तरह से सिंकने दें। कुछ देर बाद डोसे को पलट दें और उसे दूसरी ओर से भी सिकने दें। डोसे को तब तक सेकें जब तक कि उसका रंग हल्का गोल्डन ब्राउन न हो जाए। आप चाहें तो डोसे के अंदर स्टफिंग भर सकते हैं या फिर डोसे को प्लेट में निकालकर स्टफिंग अलग से सर्व कर सकते हैं। इस तरह आपका व्रत वाला डोसा तैयार हो चुका है। इसे खुद भी खाएं और व्रत रखने वाले घर के अन्य सदस्यों को भी टेस्ट कराएं।