हनुमानजी को बेहद पसंद है मीठी बूंदी का भोग, हर अवसर पर नजर आ जाती है यह मिठाई #Recipe

हमारे देश में अनेक प्रकार की मिठाइयां मिलती हैं। कुछेक मिठाइयां ऐसी हैं जिनका इतिहास काफी पुराना है। इन्हीं में से एक है बूंदी। इस परंपरागत मिठाई को सालों से बनाया जा रहा है। कोई भी त्योहार हो या फिर शादी-समारोह बूंदी जरूर नजर आ जाती है। कभी इसका प्रयोग दानों के रूप में किया जाता है, तो कभी लड्डू बनाकर।

बूंदी का भोग हनुमानजी को काफी पसंद है, ऐसे में ये उन्हें भी अर्पित की जाती है। बूंदी के दानों को घर पर बनाया जा सकता है। मीठा खाने के शौकीन लोग बहुत आसानी से और कम लागत में बूंदी बना सकते हैं। यहां तक की बूंदी के लड्डू बनाकर लंबे समय तक रखे भी जा सकते हैं। ये खराब नहीं होते।

सामग्री

2 कप बेसन
3 कप चीनी
3 कप पानी चाशनी के लिए
7-8 इलायची का पाउडर
तलने के लिए घी/रिफाइंड

विधि (Recipe)

- सबसे पहले बेसन को छानकर किसी बर्तन में निकाल लें।
- बेसन में आधा कप पानी मिलाकर गाढ़ा घोल बना लें।
- अब थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर घोल को इतना ढीला कर लें कि जब छलनी के ऊपर रखा जाए तो वह बूंद-बूंद करके इसके छेद से गिर सके।
- घोल में गुठलियां नहीं रहनी चाहिए। घोल को 5-6 मिनट तक या घोल के एकदम चिकना होनेतक अच्छी तरह फेंट लें।
- घोल में 2 छोटे चम्मच घी डालें और फिर फेंट लें। तैयार घोल को 10-15 मिनट के लिए ढककर रख दें।
- दूसरी ओर, एक बर्तन में चीनी और पानी डालकर चाशनी बनने के लिए मीडियम आंच पर रखें।
- उबाल आने पर आंच तेज कर दें। चम्मच से 1 बूंद चाशनी प्लेट में गिराएं। उंगली और अंगूठे के बीच चिपकाकर देखें।
- चाशनी उंगली और अंगूठे से हल्की सी चिपकने लगे तो यह तैयार हो चुकी है। फ्लेवर के लिए एक इलायची डाल सकते हैं।
- अब भारी तले की चौड़ी कड़ाही में घी/रिफाइंड डालकर गरम होने के लिए रखें।
- जब यह अच्छी तरह गरम हो जाए तो इसमें बेसन के घोल की एक बूंद डालकर पता लगा लें कि यह गरम हुआ है या नहीं।
- बूंदी बनाने की छलनी को कड़ाही के ऊपर रखें और बेसन के घोल के 2 बड़े चम्मच इसके ऊपर डालकर बूंदी छानते जाएं।
- छलनी को थोड़ा-थोड़ा हिलाते जाएं, जिससे घोल छलनी से होकर कड़ाही में गिरता जाए।
- बूंदी का हल्का सा रंग बदलने और कुरकुरे होने पर झावे से बूंदी को निकाल लें।
- कड़ाही से बूंदी निकालकर चाशनी में डालें और हल्का सा दबाते जाएं। 1-2 मिनट के बाद बूंदी चाशनी से निकाल लें।
- इस बूंदी को 3-4 हफ्ते तक कंटेनर में रख सकते हैं। आप चाहें तो इसके लड्डू भी बना सकते हैं।