Eid ul-Fitr Recipe: इन चीजों के बिना अधूरा है ईद का त्योहार, बनाने का आसान तरीका

पूरे देश में आज ईद का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। ईद मुस्लिम समुदाय का बड़ा और खास त्योहार माना जाता है।भारत के सभी मस्जिदों और ईदगाहों पर आज सुबह ईद की नमाज पढ़ी गई। ईद उल फित्र को मीठी ईद भी कहा जाता है। आज के दिन लोग घरों में सेवईं या फिर खीर समेत कई बेहतरीन पकवान पकते हैं और एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारक देते हैं। मुस्लिम घरों में ईद के दिन तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं। साथ ही इस दिन घर के बड़े, छोटों को उपहार देते हैं जिसे ईदी के नाम से जाना जाता है। यूं तो ईद पर हर किसी के घर में खाने के लिए अलग-अलग तरह की चीजें बनाई जाती हैं लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जो ईद के दिन ना बनें तो त्योहार का मजा अधूरा रह जाता है। ईद के दिन इन चीजों के बनने से त्योहार का मजा और भी ज्यादा बढ़ जाता है। आइए जानते हैं इनके बारे में और इन्हें घर पर कैसे बना सकते हैं...

शीरमाल

शीरमाल मैदे, घी और शक्कर से बनी मीठी रोटी को कहते हैं। शीर का मतलब होता है दूध। बाजार में पहले से तैयार मिलने वाले शीरमाल को गोश्त के साथ भी खाया जाता है। इसका स्वाद बटर में तले पाव जैसा होता है।

शीरमाल बनाने की सामग्री

मैदा = 1 1/2 कप
केसर के धागे = 1/4 चम्‍मच
चीनी = एक चम्‍मच
दूध = 1/2 कप
घी = एक चम्‍मच
छोटी इलायची पाउडर = 1/2 चम्‍मच

शीरमाल बनाने की विधि

- शीरमाल रेसिपी बनाने के लिए सबसे पहले तो हम एक कटोरी में केसर और एक चम्मच पानी को अच्छे से मिलाकर अलग रख देंगे और अब एक बड़े बाउल में मैदा, चीनी, घी, इलायची पाउडर, केसर वाला पानी नमक और थोड़ा सा बेकिंग पाउडर डालकर आटे को दूध से मुलायम गूंध ले।

- आटे को गूंध जाने के बाद इसे 30 मिनट के लिए मुलायम कॉटन के गीले कपड़े से अच्छे से ढककर रख दे और आधे घंटे के बाद आटे को दस बराबर के भागों में बाँट ले और अब हर एक हिस्से की लोई बनाकर रोटी की तरह से बेल ले।

- अब एक नॉन स्टिक तवे को गैस पर रखकर गर्म करे और उसपर शीरमाल को रोटी की तरह से फुलाकर सेक ले रोटी को दोनों तरफ से हल्का सुनहरा होने तक सके बाकि के सारे शीरमाल को भी इसी तरह से सेक ले।

- अब आपकी शीरमाल रेसिपी बनकर तैयार हैं।

बाकरखानी

ईद पर बनने वाली डिशेज में बाकरखानी भी काफी स्पेशल है। यह मैदे, सूखे मेवे और मावे की बनती है। तंदूर या ओवन में सिकी बाकरखानी को सूखे मेवे, किशमिश और काजू के साथ परोसा जाता है। इसे दूध के साथ भी खाया जाता है।

बाकरखानी बनाने की सामग्री

1 ½ कप मैदा
½ टीस्पून बेकिंग पाउडर
नमक, स्वादानुसार
2 टीस्पून शक्कर
3/5 दूध कप
1 टेबलस्पून ताज़ा यीस्ट क्रम्बल किया हुआ
12-14 किशमिश
1 टेबलस्पून चिरौंजी
1 टीस्पून केवड़ा जल
5 टेबलस्पून घी पिघला हुआ
10 बादाम ब्लांच किए, छिले और कटे हुए

बाकरखानी बनाने की विधि


- मैदा, बेकिंग पाउडर और नमक को एक बाउल में छान लें।
- दूध में शक्कर डालें और माइक्रोवेव में 30-40 सेकेंड के लिए या शक्कर पिघलने तक गर्म करें। आंच से उतारें और दूध व शक्कर को अच्छी तरह मिलाकर ठंडा होने के लिए रख दें।
- यीस्ट को दूसरे बाउल में रखें, ¼ कप (गर्म पानी डालें और 3 मिनट के लिए घुलने के लिए अलग रख दें।
- किशमिश और चिरौंजी को ½ कप गर्म पानी में भिगोकर 5 मिनट के लिए रख दें।
- आटे वाले बाउल में बीच में जगह बनाएं और उसमें मीठा दूध, केवड़े का पानी और यीस्ट डालकर नरम आटा गूंध लें। इसके एक हल्के गीले कपड़े से ढककर 10 मिनट के लिए रख दें।
- इसके बाद आटे में धीरे-धीरे 3 टेबलस्पून पिघला हुआ घी डालें और आटे फिर से गूंध लें। उसमें बादाम, किशमिश और चिरौंजी डालें और उसे भी आटे में एकसार होने तक गूंधें। 30 मिनट के लिए आटे को ढककर किसी गरम जगह पर रख दें, ताकि आटा थोड़ा फ़र्मेंट हो सके।
- अवन को 240 डिग्री सेल्सियस पर प्रीहीट करें।
- अब आटे को बराबर भागों में बांट लें, गोले बना लें, ढककर 10 मिनट के लिए फिर से रख दें।
- गोलों को चपटा करें ¼ सेमी मोटाई में लंबाई में बेल लें। एक फ़ोर्क से उसपर निशान बना दें।
- सभी को बेकिंग ट्रे पर रखें और पहले से गरम अवन में 10-12 मिनट तक बेक करें।
- अवन से निकालें, बचे हुए घी को बकरखानियों पर ब्रश से लगाएं और गरमागरम परोसें।

अंगूरदाना

अंगूरदाना उड़द की दाल से बनने वाली मोटी बूंदी है। यह मीठी होती है। इसे दूसरे सभी व्यंजनों के साथ परोसा जाता है।

अंगूरदाना बनाने की सामग्री

मैदा - 1 कप (150 ग्राम)
उडद दाल - ¼ कप (50 ग्राम) भिगो कर ली हुई
लाल रंग - 1/2 पिंच
बेकिंग पाउडर - ½ छोटी चम्मच
चीनी - 3 कप (750 ग्राम)
इलायची पाउडर - ½ छोटी चम्मच
तेल - तलने के लिए

अंगूरदाना बनाने की विधि

- बूंदी बनाने के लिए सबसे पहले चाशनी तैयार कीजिए। इसके लिए एक बर्तन में 3 कप चीनी और 1 कप पानी डाल कर चीनी को पानी में घुलने तक पका लीजिए।
- बूंदी के लिए बैटर तैयार कीजिये, धुली उड़द की दाल अच्छे से साफ करके धोकर पानी में 2 घंटे के लिए भिगो कर रख दीजिए इसके बाद दाल से अतिरिक्त पानी हटा करके दाल ले लीजिए।
- भीगी दाल को मिक्सर जार में डाल कर, थोड़ा सा पानी डालकर बारीक पीस लीजिए।
- एक बड़े प्याले में मैदा निकाल लीजिए इसमें बेकिंग पाउडर और आधा चुटकी भर खाने वाला लाल रंग डाल दीजिए। अब इस मिश्रण में थोडा़ थोडा़ पानी डालते हुए गुठलियां खत्म होने तक अच्छा चिकना घोल बना कर तैयार कर लीजिए।
- घोल तैय़ार हो जाने पर इसमें पिसी हुई उड़द की दाल डाल दीजिए और अच्छे से मिलने तक मिला लीजिए।
इधर चाशनी को चैक कीजिए, चाशनी में तार बनने लगे तो चशनी बन चुकी है, गैस बंद कर दीजिए। चाशनी में इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला कर दीजिए।
- कढा़ई में तेल डालकर गरम कीजिए। तेल के अच्छा गरम होने पर बूंदी बनाएं। मोटे छेदों वाली कलछी लीजिए और इसे उलटा करके, उलते हाथ में कढ़ाई के ऊपर, थोड़ी सी दूरी रखते हुये पकड़िये। इसके ऊपर बूंदी का घोल डाल दीजिए और हाथ से बैटर को दबाते हुये बूंदी बनाइये, कलछी से मोटी बूंदी निकल कर तेल में गिरती हैं, ओर सिक कर, तेल के ऊपर आकर तैरने लगती हैं। कढ़ाई में जितनी बूंदी आसानी से आ जायं उतनी बूंदी डाल दीजिये और बूंदी को हिला हिला कर अच्छी गोल्डन ब्राउन होने तक तल लीजिये।
- तली बूंदी को जाली वाले बड़े झावे से निकाल कर चाशनी में डाल दीजिये और चमचे से डुबा दीजिये, 1-2 मिनिट बूंदी को चाशनी में ही रहने दीजिए, जब तक चाशनी बूंदी चाशनी को सोक रही है तब तक आप और बूंदी तलने के लिए डाल दीजिए और जब तक बूंदी तलकर तैयार होती है तब तक आप चाशनी में डुबो कर रखी बूंदी को निकाल कर अलग थाली में रख लीजिए और दूसरी तली बूंदी चाशनी में डालकर रख दीजिए। इसी तरह सारी बूंदी बना कर तैयार कर लिजिए।
- स्वादिष्ट मीठी प्रसाद की बूंदी बनकर के तैयार है।

गाजर का गजरेला

ईद के दिन गाजर का गजरेला भी काफी लोगों के घरों में बनाया जाता है । इसे खाना खाने के बाद सर्व किया जाता है। गजरेला बनाने के लिए गाजर को कद्दूकस करके दूध, चीनी और ड्राई फ्रूट्स के साथ पकाया जाता है।

गाजर का गजरेला बनाने की सामग्री

गाजर – 1/2 kg
दूध – 1 लीटर
काजू – 10 से 12
बादाम – 10 से 12
इलायची – 4-5
केसर – 1 पिंच
चीनी – 1/2 कप (स्वादनुसार)

गाजर का गजरेला बनाने की विधि

- सबसे पहले गाजर को धो लीजिये अब इनका छिलका हटा दीजिये। चाकू की हेल्प से आगे पीछे पीछे का भाग हटा दीजिये और गाजरों को कद्दूकश कर लीजिये।
- गैस पर भारी तले की कड़ाही रखिये इसमें 1 लीटर फुल क्रीम दूध या भैंस का दूध ले लीजिये। दूध को एक उबाल आने तक गरम होने दीजिये। जब दूध में उबाल आ जाये तब उसमे कद्दूकश की हुई गाजर डाल दीजिये।
- चमचे की सहायता से इन्हे चलाते रहिये ताकि कड़ाही की तली में दूध लगे ना लगातार चलाते हुए दूध को गाढ़ा करना है।
- काजू बादाम को को लम्बे पतले पीस में काट कर तैयार कर लीजिये। इलायची का छिलका हटा कर कूट कर पाउडर बना लीजिये।
- जब दूध जलकर गाढ़ा हो जाये खीर जैसी कंसिस्टेंसी हो जाये तब उसमे कटे हुए मेवे इलायची पाउडर, और केसर के धागे डाल दीजिये कुछ मेवे गार्निश के लिए बचा लीजिए। चीनी भी डाल दीजिये अब इसे 5 मिनट और चलाते हुए पकाईये। गैस बंद कर दीजिये।
- गाजर का गजरेला बन कर तैयार किसी बर्तन में निकाल कर बाकी बचे हुए मेवों से गार्निश कर दीजिये। इसे गरमागरम सर्व कीजिये या ठंडा दोनों तरीके से खाया जा सकता है।

मीठी सिवइयां

मीठी ईद पर सिवइयां लगभग सभी मुस्लिम परिवारों में बनाई जाती है। मैदे से बनी सिवइयां को दूध में बनाया जाता है। इसमें कई तरह के ड्राई फ्रूट्स भी डाले जाते हैं।

मीठी सिवइयां बनाने की सामग्री

सेवियां - 2 पैकेट या 1 कप
देसी घी - 3 चम्मच
दूध - 3 कप
चीनी - 1/2 कप या स्वादानुसार
काजू - 5 से 6 बारीक़ कटे हुए
बादाम - 7 से 8 बारीक़ कटे हुए
किशमिश - 7 से 8
इलायची - 2 से 3

मीठी सिवइयां बनाने की विधि


- मीठी सेवइयां बनाने के लिए कड़ाई में देसी घी डालकर गैस परकी मीडियम आंच पर गर्म होने ले लिए रखे।
- जब घी गर्म होकर पिघल जाए तो इसमें सेवियां डाल दे और सेवियों को लगातार बड़े चम्मच से चलाते हुए सुनहरा होने तक पकाएं।
- जब सेवइयां अच्छे से पककर सुनहरी हो जाए तो इसमें दूध डाल दीजिए और चम्मच से चलाते हुए 9 से 10 मिनट मीडियम आंच पर पका लीजिए। 10 मिनट के बाद सवियाँ अच्छे से फूल जाएगी अब इसमें चीनी और काजू, बादाम, किशमिश और इलायची डालकर 3 से 4 मिनट और पका लीजिए।
- तय समय अनुसार गैस को बंद कर दीजिए और सवियाँ को बड़े कटोरे डाल लीजिए।
- लीजिए बनकर तैयार बहुत ही स्वादिष्ट मीठी सवियाँ।
- अब सवियाँ को कमरे के तापमान पर ठंडा होने के बाद 2 घंटे के लिए फ्रिज में रखने के बाद सेवियों को परोसिए क्योंकि ठंडी होने के बाद ये खाने में और भी स्वादिष्ट होती है।
- आप चाहे तो सवियाँ को गरमा गरम भी परोस सकते है।

फेनी

ईद पर सिवइयां और फेनी अच्छे-अच्छों के मुंह में पानी ला देती है। सिवइयों और फेनी में बुनियादी फर्क यह है कि फेनी तार के गुच्छे की तरह होती है। इसे बनाने में ज्यादा मेहनत लगती है। इसे घी में तला जाता है। यह रंगीन भी मिलती है।

फेनी बनाने की सामग्री

1 कप मैदा
3 टीस्पून आरारोट
3 टेबलस्पूनदेशी घी
3 टेबलस्पून रिफाइंड
1½ चीनी
2 टेबलस्पून पिस्ता
¼ नमक

फेनी बनाने की विधि

- सबसे पहले मैदा को छलनी से छान लेते हैं।
- उसके बाद उसमें हम आधा चम्मच नमक डालें और उसको अच्छे से मिक्स कर ले।
- फिर गुनगुने पानी से इसको गूँदे और कड़ा लोई बना लेंगे
- उसके बाद इस को ढक कर 20 मिनट के लिए सेट होने के लिए रख दे।
- 20 मिनट के बाद इसके लोई काटकर उसकी लेयरिंग करने के लिए आपको एक बड़े परात में इसको लगातार गूंदना पड़ेगा। उसके बाद उसको कट करके उसकी कई सारी लेयर्स बनाकर फिर उसको गूंदे।
- 5-6 बार इस प्रोसेस को करने के बाद उस की हम को बॉल बनानी है और उसको सेट होने के लिए 10 मिनट के लिए रख दे।
- उसके बाद हम यहां पर दो चम्मच आखरोट लेंगे, तीन चम्मच देशी घी और तीन चम्मच रिफाइंड का एक ऑल ले और फेनी तैयार करें।
- इन सब को मिक्स करके अपनी पेड़े को इसी में डिप करें।
- फिर उस को बीच में छेद करते हुए लम्बा शेप देंगे और उसको लगातार खींचते जाएंगे दबाते हुए।
- जब मैदा लंबा हो जाए तो उसको हम फोल्ड करके फिर उसमें घी लगाकर उसको खींचते जाएंगे।
- यह प्रोसेस को कई बार करनी है। घी की मात्रा कम लगे तो आप और डाल लीजिए।
- इस प्रोसेस से बहुत सारे लेयर बन जाएगी और यह जो एक्स्ट्रा घी है वह सब फ्राई करते समय कढ़ाई में डाल दे।
- इस प्रोसेस को कंप्लीट करने के बाद उसको 5 मिनट के लिए छोड़ दे।
- इसी तरह घी लगा के लगातार खींचकर सारा फेनी तैयार कर ले।
- इस तरह हमको इसे 5 -6 बार प्रोसेस को करना पड़ेगा।