आजकल लोग हर चीज में चमक ढूंढते हैं। यही कारण है ग्लैमर पर आधारित गोल्ड अब ट्रैंड बन चुका है। गोल्ड वाल की क्लेडिंग, सीलिंग, लैंप कैंडल्स यहां तक की फर्नीशिंग में भी इसका इस्तेमाल हो रहा है। पेंट इंडस्ट्री में गोल्ड के आ जाने के बाद से घर की इंटीरियर को नये आयाम मिले हैं। एक समय था जब गोल्ड का इस्तेमाल कमर्शियल स्पेस जैसे रैंप और शोरूम को हाईलाइट करनें में किया जाता था। लोगों द्वारा इसे इतना पसंद किया गया कि घर की इंटीरियर में इसे लेकर कई तरह के एक्सपेरिमेंट किये गये...
- मैटलिक यलो गोल्ड के द्वारा आप अपना खुद का यूनीक स्पेस बना सकते हैं। इसके द्वारा वॉल को हाइलाईट करके कमरे की रंगत को ऐसा निखार दिया जा सकता है जो दूसरों को अपनी ओर आकर्षित करे।
- गोल्ड आंखों को अपनी ओर आकर्षित करता है, इसकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह हर चीज को ड्रामेटिक बना देता है। इसका इस्तेमाल घर के अंदरूनी और बाहरी हिस्से में इनकॉरपोरेट करके किया जा सकता है।
- गोल्ड के बीड्स और एम्ब्रायड्री वर्क भारतीय बाजार में शाही घरानों की पहली पसंद रहे हैं। आज भी इनके बेहद सुन्दर और कलात्मक विशिष्ट किस्म के डिजाइन्स मिलते हैं।
- कमरे की बाकी दीवारों को अलग रंग में रंगाकर एक दीवार को गोल्ड और दूसरी को कॉपर से सजाया जा सकता है। यह कमरे को एस्थेटिक अपील देता है। इन्हे पेस्टल और माइल्ड चेन के साथ कंबाइन और कंट्रास्ट किया जा सकता है।
- ध्यान दें कि घर के हर हिस्से में गोल्ड का प्रयोग ना करें। इसे कमरे के किसी खास हिस्से को फोकस में लाने के लिए ही इस्तेमाल करें। इसे पूरे घर का थीम ना बनायें।