क्या आप भी हो चुके हैं जल्द खत्म होती रसोई गैस से परेशान, इन आसान टिप्स की मदद से करें बचत

अंतर्राष्ट्रीय बाजार की उथल-पुथल का असर आम इंसान के जीवन पर भी पड़ता हैं और उसे महंगाई की मार का सामना करना पड़ता हैं। रसोई गैस सिलेंडर के बढ़े दाम आम आदमी की कमर तोड़ रहे हैं और ऐसे में जल्द खत्म होती रसोई गैस और भी चिंता बढ़ाने का काम करती हैं। ऐसे में घर का बजट बनाए रखने के लिए जरूरी हैं कि रसोई गैस का समझदारी से इस्तेमाल किया जाए। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से गैस को बर्बाद होने से बजाया जा सकता हैं और बचत की जा सकती हैं। तो आइये जानते हैं कि कौनसे अपनाएं जाए टिप्स।


- खाने को बिना ढंके बनाने पर गैस की ज्यादा खपत होती है। ऐसे में खाना बनाने पर गैस में तीन गुना तक ज्यादा खर्च हो सकता है। इसलिए जब भी खाना बनाएं तो उसे ढंककर बनाएं।
- सब्जी बनाना हो तो कोशिश करें कि उसे कड़ाही में बनाने की बजाय प्रेशर कुकर में बनाएं क्योंकि प्रेशर कुकर में खाना अपेक्षाकृत जल्दी बनकर तैयार हो जाता है। इससे आपकी गैस की खपत कम होती है।

- रसोई गैस की बचत करने के लिए यह ध्यान रखें कि जब भी खाना बनाने जाएं तो जो भी बना रही हैं उससे जुड़ी सारी सामग्री अपने पास रख लें। इससे आपके समय और गैस दोनों की बचत होगी।

- हमेशा खाना बनाते वक्त सही साइज की कड़ाही/पैन का इस्तेमाल करें। बड़ी कड़ाही का इस्तेमाल करने पर उसे गर्म होने के लिए ज्यादा गैस की आवश्यकता लगती है। वहीं, ज्यादा छोटे साइज की कड़ाही में भी खाना बनाने पर गैस की आंच बाहर निकलती है और गैस की खपत ज्यादा होती है।

-मीट, दालें, चिकन उबालने में गैस की ज्यादा खपत होती है। इसलिए इन चीजों को कुक करने के लिए हमेशा प्रेशर कुकर का इस्तेमाल करें। अगर माइक्रोवेव हो तो इसे पहले सेमीकुक कर लें तो यह और जल्दी पक जाएगा।

- गैस पर खाना बनाते वक्त हमेशा ध्यान रखें कि गैस मीडियम आंच पर ही रहे, क्योंकि ज्यादा तेज आंच पर खाना जल सकता है और बहुत कम आंच होने पर गैस अधिक खर्च होने का अंदेशा होता है।

- दूध, सब्जियों, फ्रोजन फूड को पकाने से पहले फ्रिज से कम से कम 1 से 2 घंटे पहले निकालकर रख लें। इसके बाद ही उसे पकाएं, इससे गैस की खपत कम होगी।

- सर्दियों में गैस की टंकी जल्दी खत्म हो जाती है। इसकी एक वजह सभी लोगों का पानी गर्म होना होता है। इसलिए गैस चूल्हे पर पानी गर्म करने की बजाय इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर या सोलर का इस्तेमाल करें।