जब शिशु घुटने चलने लगता है से लेकर जब वह चार-पांच साल का हो जाता है,तब तक के बच्चों की जिज्ञासाएं अनंत होती है। हर वस्तु को वह छूकर देखना चाहता है। और उसे अपनी तरफ खींचना चाहता है। जब बच्चे को माता-पिता नहीं दीखते तो वह और भी हौसलामंद होकर घर की वस्तुओं की पड़ताल करने निकल पड़ते है। घर के बड़े बहुत दौड़-भाग नहीं कर पाते इसलिए घर को चाइल्ड प्रूफ यानी बच्चों के लिए सुरक्षित बनाना बहुत जरूरी हैं। आईये जानते हैं बच्चों को चाइल्ड प्रूफ कैसे बनायें-
खिड़कियों पर गौरस्लाइडिंग विंडो बच्चों के लिए खतरनाक हो सकती है। एक साल के ऊपर के बच्चे आसानी से इन विंडो को खोल सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि कुछ ऊंचाई रखते हुए हर खिड़की में विंडो गार्ड जरूर लगवाएं।
बेसिन का निचला हिस्सा हो खाली
अक्सर घरो में वाश बेसिन के निचले वाले हिस्सों में सफाई के सामान जैसे एसिड, फिनाइल आदि रखे जाते हैं। यदि आपके घर में दो से आठ साल की उम्र के बच्चे हैं तो इस तरह के सामान को ना रखें। यदि सामान वहीं रखना है तो कबर्ड बनवाकर उसे लॉक करके रखें।
बालकनी में हो फैंसिंगघर में मौजूद भी रहें तो बालकनी वाला दरवाजा बंद रखें। वहां कुर्सी, स्टूल, छोटी टेबल ना रखें। यदि रेलिंग छोटी हैं तो उस पर फैंसिंग करा लें।
बाथरूम में रखें ध्यानबच्चो के सामने भूल से भी टब बाल्टी आदि ना भरें, ना ही उनके सामने नल चलायें। बच्चे आपकी गैरमौजूदगी में क्या करने लगें आप नहीं जानते। बाथरूम को हमेशा बंद रखें।
स्विच बोर्ड स्विच बोर्ड बच्चो के पहुंच से दूर रहे। क्योकि बच्चे इसमें ऊँगली डालने के साथ ही नुकीली चीजें डाल सकते हैं।जिससे करंट आने का खतरा रहता है। यदि स्विच बोर्ड बच्चो की पहुंच में हैं तो उन पर बोर्ड कर लगवाएं।