अपने बच्चों के कमरें को सजाएं इस तरह, पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव

बच्चों के कमरे अगर व्यवस्थित होते हैं तो उनके व्यवहार पर भी इसका बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।बढ़ते हुए बच्चों की जरूरतों के हिसाब से उनके कमरे में बदलाव किया जाना भी जरूरी है।जैसे परीक्षा के समय में बच्चे के स्टडी रूम की साफ सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये।बच्चों के कमरों में प्रेरणादायक पोस्टर या अच्छी कोटेशन्स लगाने से उनके व्यक्तित्व पर बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बच्चों के रूम के कलर जैसे इन्टेरियर और फर्नीचर का भी विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है।आईये जानते हैं कुछ सा ऐसे साधारण तरीकों के बारे में जिनके द्वारा हम बच्चों के कमरे को और अच्छा और आरामदायक बना सकतें हैं।

डीकेल्स:

आज कल बाजार में दीवारों पर चिपकाने वाले बहुत से डीकेल्स मौजूद हैं जो विभिन्न डिजाइनों,रंगों में मौजूद हैं।इन्हें आसानी से दीवार पर चिपकाया जा सकता है।आपके बच्चे का मनपसंद डीकेल आप दीवार पर चिपका सकतें हैं। इससे बच्चों के रूम का रूप बदला जा सकता है।

फ्रेगमेंटाईज करें:

बच्चो के रूम को आप छोटे छोटे पोर्शन्स में डिवाइड करके एक व्यवस्थित रूप दे सकतें हैं। जैसे पढ़ने के लिए एक ही रूम में स्टडी टेबल की जगह कम्प्यूटर टेबल लगा दें और आराम करने के लिए उसी रूम में काउच या बीन बैग रखा जा सकता है।

अलमारी की जगह खुली शेल्फ लगाएं

लोक्ड अलमारी की जगह खुली हुई शेल्फ लगाने से बच्चे को भी चीजों को रखने में आसानी होगी।बच्चे को समान चीजों को एक ही शेल्फ में रखने की आदत भी पडेगी।

रूम का कलर रखें लाइट
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बच्चों के रूम का कलर हमेशा लाइट रखें।जिससे उनके कमरे मे पर्याप्त रोशनी बनी रहे।बच्चों का बेड भी ऐसी जगह पर रखें जहां सुबह सूरज की रोशनी आती हो।
5. वेंटिलेशन: बच्चों के कमरे में वेंटिलेशन होना बहुत जरूरी है।वेंटिलेशन से कमरे में ताजी हवा के साथ ही सकारात्मक ऊर्जा भी बनी रहती है।