हर व्यक्ति का सपना होता हैं उसका खुद का घर, खरीदते समय रखें इन बातों का ध्यान

सभी का सपना होता है कि उसके पास एक प्यारा सा हो। घर खरीदना किसी सपने को पूरा करने जैसा है। घर खरीदने में व्यक्ति अपनी जीवन की सारी जमा-पूंजी तक लगा देता है। इसलिए घर खरीदने का निर्णय लेना कोई आसान काम नहीं है। अगर आप भी अपने घर के लिए सपना संजो रहे है तो आपको कुछ महत्वपूर्ण बातें पता होनी चाहिए, जो इस प्रकार है-

बिल्डर या एजेंट पर नहीं, कागज़ों पर यकीन करिये

बहुत बार घर खरीदने के दौरान बिल्डर द्वारा तैयार किये गए बुकलेट और ब्रोशर के प्रभाव में आकर और एजेंट की लुभावनी बातों में उलझकर घर से जुड़ा सही निर्णय लेने में चूक हो जाती है।इससे बचने के लिए अथॉरिटी से अप्रूव किया गया लेआउट मैप देखें। सिर्फ इतना ही नहीं, उस प्रोजेक्ट लेआउट में मकानों की संख्या, ओपन स्पेस, ग्रीन स्पेस जैसी चीज़ों की पूरी जानकारी लें।

कम्प्लीशन या ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट


कई बार बिल्डर अप्रूव मकानों से अधिक मकान या फ्लोर बना देते हैं ,और फिर लोगों को बेच देते हैं। ऐसी स्थिति में जरूरी है कि आप मकान खरीदने से पहले बिल्डर से कम्प्लीशन या ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट जरूर मांगें।

प्रॉपर्टी की कीमत

सबसे पहले आपको घर खरीदने के लिए एक बजट तैयार करना चाहिए। अगर आपको पता है कि आप घर खरीदने पर कितनी रकम खर्च कर सकते हैं तो घर चुनना आसान हो जाता है। इसके बाद आस-पास के इलाके में मौजूद प्रॉपर्टी से अपनी संपत्ति की तुलना करें। इससे आपको पता लग जायेगा कि बिल्डर ने आपको सही कीमत बताई है या नहीं।

बैंक फायनेंस


किसी भी घर को लेने के पहले ये जरूर जान ले कि उसके लिए कौन-कौन से बैंक फायनेंस कर रहे हैं, और साथ ही बैंको से भी प्रोजेक्ट संबधित जानकारी ले , इस से प्रोजेक्ट के प्रति विश्वसनीयता बढ़ जाती है। क्योकि बैंक फायनेंस करने के पहले ही समस्त दस्तावेजो की जानकारी ले चुका होता है।

रहने के लिए या निवेश के हिसाब से

सबसे पहले यह विचार कर लें कि आप घर खुद के रहने के लिए लेना चाहते हैं या अपनी बचत के निवेश के लिए। अगर आप स्वयं इसमें रहना चाहते हैं , तो घर के स्थान का अवश्य ही ध्यान रखें, क्योंकि रहने के लिए लिए गए घर के आसपास का माहौल बेहद महत्वपूर्ण होता है। वहीं अगर आप केवल निवेश के उद्देश्य से घर ले रहे हैं , तो भविष्य के रिटनर्स की सम्भावनाये देखकर ही निवेश करें।