शिरडी के साईं की प्रसिद्धि दूर दूर तक है और यह पवित्र धार्मिक स्थल महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित है। यह साईं की धरती है जहां साईं ने अपने चमत्कारों से लोगों को विस्मृत किया। साईं का जीवन शिरडी में बीता जहां उन्होंने लोक कल्याणकारी कार्य किए। हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक शिरडी के साईं बाबा के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। शिरडी जाने से पहले प्रत्येक व्यक्ति के दिमाग में कई सवाल एक साथ आते हैं जैसे शिरडी कैसे पहुंचे, शिरडी में कहां ठहरें और शिरडी जाने का सबसे अच्छा समय आदि। हम आपको देंगे आपके इन सारे सवालों का जवाब-
कैसे पहुंचे शिरडीशिरडी मुंबई से करीब 250 किलोमीटर और औरंगाबाद से 110 किलोमीटर दूर है। शिरडी आप सड़क, वायुमार्ग या ट्रेन तीनो ही तरीकों से पहुंच सकते हैं। शिरडी महाराष्ट्र के सभी प्रमुख जिलों से सड़क मार्ग के जरिए अच्छी तरह जुड़ा है। आप महाराष्ट्र में कहीं से भी टैक्सी या कैब करके शिरडी जा सकते हैं।शिरडी आप सड़क, वायुमार्ग या ट्रेन तीनो ही तरीकों से पहुंच सकते हैं। शिरडी महाराष्ट्र के सभी प्रमुख जिलों से सड़क मार्ग के जरिए अच्छी तरह जुड़ा है। आप महाराष्ट्र में कहीं से भी टैक्सी या कैब करके शिरडी जा सकते हैं।
कहां ठहरें शिरडी में शिरडी में ठहरने के स्थानों की कोई कमी नहीं है। शिरडी में आपको अधिकतर बजट और मध्य बजट होटल मिलेंगे जो साईं मंदिर के आसपास के एरिए में स्थित हैं। 1000 रुपए तक में आपको अच्छा और साफ सुथरा होटल मिल जाएगा। अगर आप किसी होटल में नहीं ठहरना चाहते तो श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट के आवास स्थानों पर ठहर सकते हैं जो बेहद कम कीमत में गुणवत्तापूर्ण आवास विकल्प उपलब्ध कराते हैं।
साईं मंदिर में दर्शनसाईं का मंदिर सुबह 4 बजे खुल जाता है। सुबह की आरती 5 बजे होती है। इसके बाद सुबह 5।40 से श्रद्धालु दर्शन करना शुरू कर देते हैं जो दिनभर चलता रहता है। इस दौरान दोपहर के वक्त 12 बजे और शाम को सूर्यास्त के तुरंत बाद भी आरती की जाती है। रात 10।30 बजे दिन की अंतिम आरती के बाद एक शॉल साईं की विशाल मूर्ति के चारो ओर लपेट दी जाती है और साईं को रुद्राक्ष की माला पहनाई जाती है। इसके पश्चात मूर्ति के समीप एक गिलास पानी रख दिया जाता है और फिर मच्छरदानी लगा दिया जाता है। रात 11.15 बजे मंदिर का पट बंद कर दिया जाता है।
कैसे करें दर्शनपीक सीजन में दर्शन के समय का कोई अंदाजा नहीं है इसमें कई घंटे भी लग सकते हैं और खाली समय के दौरान आप 1 घंटे में भी दर्शन करके बाहर आ सकते हैं। अगर आप लंबी लाइन में नहीं लगना चाहते हैं और जल्दी दर्शन करना चाहते हैं तो दर्शन की 200 रुपए में ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।।
साईं म्यूजियमसाईं से जुड़े विभिन्न वस्तुओं का संग्रह है साईं म्यूजियम। यह म्यूजियम साईंबाबा संस्थान की देखरेख में चलाया जाता है और यहां साईं से जुड़ी कई निजी वस्तुएं भक्तों के दर्शन हेतु रखे गए हैं। साईं का पादुका, खानदोबा के पुजारी को साईं के दिए सिक्के, समूह में लोगों को खिलाने के लिए इस्तेमाल किए गए बर्तन, साईं द्वारा इस्तेमाल की गई पीसने की चक्की उन वस्तुओं में शामिल हैं जो लोगों को दर्शन के लिए इस म्यूजिमय में रखी गई हैं।