भारत का केरल राज्य अपने प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। केरल की एक ऐसी ही खूबसूरत जगह है एलेप्पी, जिसे अलप्पुझा भी कहा जाता है। एलेप्पी अपने मनमोहक बैकवाटर्स, झीलों और नहरों के लिए मशहूर है। इसे ‘पूर्व का वेनिस’ भी कहा जाता है। यहां की यात्रा आपके जीवन में एक सुखद अनुभव जोड़ सकती है। आइए जानते हैं एलेप्पी में घूमने की खास बातें।
हाउसबोट का अद्भुत अनुभव : एलेप्पी की सबसे खास बात यहां की हाउसबोट्स हैं। ये बड़ी नावें होती हैं जिनमें रहने, खाने और आराम करने की सारी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। आप इन हाउसबोट्स पर सवार होकर वेम्बनाड झील और बैकवाटर्स का आनंद ले सकते हैं। चारों तरफ का शांत वातावरण और झील की लहरों की आवाज आपको सुकून का एहसास दिलाएगी। यह अनुभव आपको प्रकृति के करीब लाता है और शहर की भागदौड़ से दूर एक अलग ही दुनिया में ले जाता है।
वेम्बनाड झील की प्राकृतिक खूबसूरती : वेम्बनाड झील, जो भारत की सबसे बड़ी झीलों में से एक है, एलेप्पी की पहचान है। इस झील में आप बोटिंग, कयाकिंग और मछली पकड़ने का आनंद ले सकते हैं। झील का शांत और सुरम्य वातावरण इसे परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए आदर्श जगह बनाता है। यहां का सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य बेहद मनमोहक होता है, जिसे देखना किसी स्वप्न से कम नहीं लगता।
रोमांचक नाव दौड़ (स्नेक बोट रेस) : एलेप्पी का सांस्कृतिक महत्व अगस्त महीने में आयोजित होने वाली स्नेक बोट रेस से जुड़ा है। यह रेस ओणम त्योहार के दौरान होती है, जिसमें बड़ी-बड़ी नावें पानी में तेजी से दौड़ती हैं। यह प्रतियोगिता देखने के लिए हजारों पर्यटक हर साल यहां आते हैं। नाविकों का जोश और संगीत की धुनें इस आयोजन को और भी रोमांचक बना देती हैं। यह अनुभव एलेप्पी की संस्कृति और परंपराओं को करीब से जानने का मौका देता है।
कुमाराकोम पक्षी अभयारण्य की सैर : अगर आप पक्षी प्रेमी हैं, तो एलेप्पी से करीब स्थित कुमाराकोम पक्षी अभयारण्य जरूर जाएं। यहां आप प्रवासी पक्षियों सहित अनेक प्रकार के पक्षियों को देख सकते हैं। रंग-बिरंगे पक्षी, शांत वातावरण और हरियाली से घिरी यह जगह प्रकृति प्रेमियों के लिए जन्नत से कम नहीं है। यहां की यात्रा आपको सुकून और ताजगी का एहसास कराएगी।
अंबालापुझा श्रीकृष्ण मंदिर : यह मंदिर एलेप्पी का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। भगवान कृष्ण को समर्पित यह मंदिर अपनी अद्वितीय वास्तुकला और प्रसिद्ध पायसम (एक खास मिठाई) के लिए जाना जाता है। यहां का शांत वातावरण और धार्मिक आस्था की झलक आपकी यात्रा को और भी खास बना सकती है।
मरारी बीच की सैर : मरारी बीच एलेप्पी का एक और खूबसूरत आकर्षण है। यह बीच अपने शांत और साफ वातावरण के लिए जाना जाता है। आप यहां समुद्र की लहरों का आनंद ले सकते हैं, योग और ध्यान कर सकते हैं या बस रेत पर बैठकर समुद्र की खूबसूरती को महसूस कर सकते हैं। यह जगह परिवार के साथ पिकनिक के लिए भी बेहतरीन है।
पतंग उत्सव और लोक नृत्य : एलेप्पी में समय-समय पर पतंग उत्सव और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यहां का कथकली नृत्य और पारंपरिक संगीत आपको केरल की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराएंगे।
स्थानीय मसाले और हस्तशिल्प बाजार : एलेप्पी के बाजारों में स्थानीय मसाले, नारियल से बने उत्पाद, और हस्तशिल्प की चीजें खरीदना भी एक खास अनुभव है। यहां की स्थानीय चीजें आपकी यात्रा को यादगार बनाएंगी।
एलेप्पी घूमने का सही समयएलेप्पी घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से फरवरी के बीच का होता है। इस दौरान मौसम सुखद और ठंडा रहता है, जो यात्रा के लिए आदर्श है। मानसून के समय (जून-अगस्त) में यहां का वातावरण हरा-भरा और रोमांटिक हो जाता है।
एलेप्पी कैसे पहुंचे? सड़क मार्ग: एलेप्पी, कोच्चि से करीब 53 किलोमीटर की दूरी पर है और सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
रेल मार्ग: एलेप्पी का अपना रेलवे स्टेशन है, जो देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
हवाई मार्ग: एलेप्पी से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, जो करीब 75 किलोमीटर दूर है।