अक्सर देखा जाता हैं कि लोग अपने खानपान में हेल्दी चीजें तो शामिल कर लेते हैं लेकिन यह ध्यान नहीं देते हैं कि उन्हें पकाने के लिए किस कुकिंग ऑइल का इस्तेमाल किया जा रहा हैं। जी हां, कुकिंग ऑइल को चुनते समय कई बातों का ध्यान रखना जरूरी होता हैं। क्योंकि इनमें उपस्थित ओमेगा-3 और ओमेगा-6 का रेश्यो आपकी सेहत पर असर डालता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुकिंग ऑइल के चुनाव से जुड़े कुछ टिप्स लेकर आए हैं जिन्हें कुकिंग ऑइल खरीदते समय ध्यान रखने की जरूरत होती हैं। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।
- किसी भी एक तेल को अच्छा या संपूर्ण नहीं माना जा सकता। तेल (Oil) बदल-बदल कर और कॉम्बिनेशन में इस्तेमाल करें। आप अपनी पसंद से कॉम्बिनेशन बना सकते हैं। फिर भी खासियतों के आधार पर सरसों, कनोला, ऑलिव, सोयाबीन को अच्छा तेल मान सकते हैं। इससे शरीर को सभी जरूरी फैटी एसिड्स मिल जाते हैं।
- छौंकने में कोई भी तेल इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन तलने के लिए ऐसा तेल यूज करें, जिसका स्मोकिंग पॉइंट (Smoking Point) ज्यादा हो। इस लिहाज से कनोला, सरसों, मूंगफली आदि के तेल को तलने के लिए अच्छा मान सकते हैं। पराठे के लिए देसी घी, मक्खन या ऑलिव ऑयल इस्तेमाल कर सकते हैं।
- कोई भी तेल की बोतल उठाने से पहले उसका लेबल गौर से देखें। अच्छे तेल में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 के बीच 1:2 का रेश्यो होना चाहिए।
- देखें कि तेल की बोतल पर जीरो ट्रांस फैट लिखा हो। साथ ही, नॉन हाइड्रोजिनेटिड और नॉन पीएचवीओ (PHVO) भी लिखा हो।
- देखें कि बोतल पर कोल्ड कंप्रेस्ड ऑयल लिखा हो।
- ध्यान रखें कि एक साल से पुराना तेल और 6 महीने से ज्यादा पुराना देसी घी इस्तेमाल न करें।