आपने वो गाना ज़रूर सुना होगा – ये तेरा घर ये मेरा घर…ये घर बहुत हसीन है” बिलकुल ऐसे ही घर के अरमान आप भी संजोते है ना, जो आपके सपनों का घर हो और उसमें आपके परिवार को सारी सुविधाएँ मिलें और उस घर में रहते हुए आप बहुत ख़ुशी महसूस करें।आइये जानते हैं घर खरीदते समय आपको किन ज़रूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
प्रॉपर्टी की कीमत सबसे पहले आपको घर खरीदने के लिए एक बजट तैयार करना चाहिए। अगर आपको पता है कि आप घर खरीदने पर कितनी रकम खर्च कर सकते हैं तो घर चुनना आसान हो जाता है।इसके बाद आस-पास के इलाके में मौजूद प्रॉपर्टी से अपनी संपत्ति की तुलना करें। इससे आपको पता लग जायेगा कि बिल्डर ने आपको सही कीमत बताई है या नहीं। अब ऐसे बहुत से साधन हैं जिनसे आप संपत्ति कीमत की तुलना कर सकते हैं। प्रॉपर्टी की ऑनलाइन साईट, इलाके के प्रॉपर्टी डीलर और न्यूजपेपर में छपने वाले विज्ञापन से आप उस इलाके में संपत्ति की कीमत का अनुमान लगा सकते हैं।
बजटअगर आप प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं तो सबसे पहले बजट बनायें। हर महीने के खर्च के लिए जरूरी रकम एक तरफ निकालने के बाद बची रकम के हिसाब से होम लोन के लिए बात करें। यह ध्यान रखें कि पहली बार घर खरीदना बहुत समझदारी का सौदा होना चाहिए जिससे कि आपको ठगे जाने का एहसास ना हो।
फ्लैट का कारपेट एरिया आम तौर पर जब आप किसी प्रॉपर्टी का विज्ञापन देखते हैं तो उसमें सुपर बिल्ट अप एरिया लिखा जाता है। इसमें शाफ्ट, एलीवेटर स्पेस, सीढियां, दीवार की मोटाई जैसी चीजें भी शामिल होती है। अगर आप इसके हिसाब से अनुमान लगायेंगे तो फ्लैट देखने पर आप मायूस होंगे, क्योंकि वास्तव में आपका कारपेट एरिया कम निकलेगा। बिल्ट अप एरिया की तुलना में कारपेट एरिया 30 फीसदी तक कम होता है। आम तौर पर जब एक फ्लोर पर दो फ्लैट होते हैं तो कॉमन स्पेस की जगह भी दोनों में बराबर बंट जाती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसारनया घर खरीदते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि सूरज की किरणों का प्रवेश बना हो, वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस घर में सूरज की रोशनी नहीं आती वह परिवार के लोग अस्वस्थ महसूस करते हैं। घर में चारों तरफ वेंटिलेशन का आना हो, ताकि स्वच्छ वायु आपके परिवार व आपके घर में ताज़गी पहुंचायें। मूलांक नंबर का और आपके घर का नम्बर मिलता जुलता होना भी शुभता को न्योता देता है।
लोकेशनबहुत खराब लोकेशन पर बहुत अच्छी संपत्ति लेने का कोई मतलब नहीं है। यह ध्यान रखें कि यातायात, बेसिक जरूरतें और बुनियादी सुविधा इके हिसाब से प्रॉपर्टी की लोकेशन सही हो। अगर आपका बजट कम है तो शहर के प्राइम लोकेशन के साथ वाली जगह पर प्रॉपर्टी सर्च करें। यहां आपको उचित कीमत में सही प्रॉपर्टी मिल सकती है।आपका घर आपके लिए लंबी अवधि का एक निवेश है, संपत्ति चुनते वक्त इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है