जब भी कभी किसी का किराए का घर होता हैं और जब उसे बदलने की बारी आती हैं तो यह बहुत झंझट का काम लगता हैं। जी हां, अपना सारा सामान समेटना, पैक करना और बिना किसी नुकसान के शिफ्ट करना कोई आसान काम नहीं होता हैं। बसी-बसाई ज़िंदगी को नई जगह पर लेकर जाना किसी सिरदर्द से कम नहीं। लेकिन आपके इस काम को आसान बनाया जा सकता हैं अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए। आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं जिनकी मदद से शिफ्टिंग को आसान और सुविधाजनक बनाया जा सकता हैं।
शिफ्ट होने से पहले
- नए घर में शिफ्ट होने से पहले मेन डोर का लॉक बदलें, क्योंकि सिक्योरिटी के लिहाज़ से यह बहुत ज़रूरी है।
- सामान शिफ्ट करने से पहले पूरे घर की साफ़-सफ़ाई करवा लें। किराए का घर है, तो मकान मालिक से कहकर पेंटिंग वगैरह करवा लें।
- ख़ुद का घर हो, तो टाइल्स, फर्नीचर आदि का पूरा काम करवा लें, ताकि जाने के बाद कुछ महीनों तक आपको इन कामों के लिए सामान इधर-उधर न करना पड़े। किसी अच्छी पेस्ट कंट्रोल कंपनी से पूरे घर में पेस्ट कंट्रोल कराएं।
- रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए घर के आस-पास की जगहों को अच्छी तरह देख लें, ताकि सारे स्टोर्स, क्लीनिक आदि की जानकारी पहले से हो और ज़रूरत पड़ने पर इधर-उधर भटकना ना पड़े।
- पुराने घर में मौजूद सभी चीज़ें नए घर में लाने की ज़रूरत नहीं है। पुरानी और ग़ैरज़रूरी चीज़ों को बेच दें या किसी और को दे दें।
- इंटरनेट कनेक्शन के लिए सोसाइटी के सर्विस प्रोवाइडर से बात करके फाइनल कर लें या अपनी सहूलियत के अनुसार किसी अच्छी कंपनी का डोंगल लेकर भी काम चला सकते हैं।
- शिफ्टिंग वाले दिन के लिए बच्चों व पालतू जानवरों के रुकने का इंतज़ाम कर दें, वरना उनके साथ शिफ्टिंग बहुत मुश्किल हो जाती है।
- सभी ज़रूरी जगहों पर अपना नया पता अपडेट करने के लिए एक लिस्ट बना लें, ताकि ज़रूरी पोस्ट या कुरियर पुराने पते पर न जाएं।
- अगर आप किराए के घर में रहते हैं, तो फ्रिज, टीवी, वॉशिंग मशीन जैसे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के पैकेजिंग बॉक्सेस संभालकर रखें, ताकि शिफ्ट होते समय पैकिंग करना आसान हो।
- नए घर में जाने से पहले वर्तमान पते की अपने नाम पर जारी सभी सुविधाएं, जैसे- न्यूज़पेपर आदि को बंद करा दें।
- सामान शिफ्ट करने के लिए किसी गाड़ी का इंतज़ाम पहले से ही कर लें, क्योंकि पहले से ही बुकिंग हो, तो ज़रूरत पड़ने पर भागदौड़ नहीं होती।
- पैकिंग करते व़क्त सबसे पहले एक इमर्जेंसी सर्वाइवल किट बनाएं। उसमें नए घर की चाबियों का एक सेट, कैंची, सेलोटेप, कुछ रस्सियां, फर्स्ट एड किट आदि रखें।
- ङ्गफर्स्ट बॉक्सफ नाम से एक बॉक्स पैक करें, जिसमें आप सबके लिए एक-एक जोड़ी कपड़े, टॉवेल, पायजामा, चादर, शृंगार के ज़रूरी सामान, टी-बैग्स आदि ज़रूरी चीज़ें रखें।
- सभी चीज़ों को अलग-अलग डिब्बों में पैक करें और उनके ऊपर नाम व जिस रूम में रखना है, वो भी लिख दें, ताकि ढूंढ़ने में आसानी हो।
- पैकिंग के लिए आप प्रोफेशनल मूवर्स हायर कर सकते हैं या ख़ुद भी कर सकते हैं।
- पैकिंग करते समय सबसे पहले किचन के सामानों की लिस्ट बनाकर पैक करें, क्योंकि किचन के छोटे-छोटे सामानों को पैक करने में सबसे ज़्यादा समय लगता है।
- पैकिंग का काम काफ़ी थकानेवाला होता है, इसलिए अपने दोस्तों व रिश्तेदारों की मदद ले सकते हैं।
- कंप्यूटर, लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स को अच्छी तरह पैक करें। पैकिंग करने से पहले डाटा का बैकअप ज़रूर ले लें।
- अपने साथ प्लांट्स ले जा रहे हैं, तो ध्यान रखें कि पौधों के साथ-साथ कीड़े-मकौड़े भी नए घर में शिफ्ट न हो जाएं, इसलिए दवा छिड़ककर ही ले जाएं।
शिफ्ट होने के बाद
- नए घर में शिफ्ट होने पर सबसे पहले सभी बॉक्सेस को उनके रूम में रख दें।
- घर के लिए नया फर्नीचर ख़रीदा है, तो उसकी डिलीवरी शिफ्ट होने के 1-2 दिन बाद ही मंगाएं, ताकि बाकी चीज़ों को तब तक एडजस्ट कर दें और बेवजह थकान न हो।
- पिछले घर पर इस तरह का इंतज़ाम कर दें कि आपके लेटर्स और ज़रूरी कुरियर आप तक पहुंच जाएं।
अनपैकिंग के दौरान
- पहले ही दिन घर को बेस्ट लुक देने के चक्कर में न पड़ें। धीरे-धीरे चीज़ें एडजस्ट करें।
- सामान को अनपैक करने के लिए सभी डिब्बे एक साथ खोलकर न बैठ जाएं। इससे आप थक जाएंगे और काम भी जल्दी पूरा नहीं होगा।
- अनपैक करके डिब्बों और कार्टन को इकट्ठा जमा न करें, बल्कि उन्हें स्टोर रूम में फोल्ड करके रख दें या फिर बेच दें।
- घर के ज़रूरी पेपर्स की हार्ड कॉपी के साथ-साथ सॉफ्ट कॉपी भी बनाकर सेव करके रख लें, ताकि हार्ड कॉपी के डैमेज होने पर परेशानी न हो।
- अपने नए पड़ोसियों से मिलें व चाय-कॉफी के ज़रिए उनसे मेलजोल बढ़ाएं, क्योंकि समय-बेसमय वो ही आपकी मदद करेंगे।
- अगर किसी सोसाइटी या कॉम्पलेक्स में घर लिया है, तो वहां के कमिटी मेंबर्स को घर पर चाय के लिए ज़रूर बुलाएं।
- हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा करके घर को सजाएं, एक ही दिन में सब करने के चक्कर में न प़ड़ें, वरना बेवजह स्ट्रेस होगा।
- सेटलमेंट को एक ख़ुशहाल प्रोसेस बनाएं और जिंदगी को खुलकर जीएं।