बरसात के दिनों में घर से जुड़ी कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता हैं। इन्हीं में से एक हैं किचन में रखा अनाज जो कि बरसात में नमी की वजह से कीड़े लगने और खराब होने का डर बना रहता हैं। यह घर में बिमारियों का कारण बन सकता हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि बरसात में अनाज को कीड़ों से बचाए रखा जाए और खुद को स्वस्थ बनाया जाए। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे उपाय लेकर आए हैं जो अनाज को कीड़ों से बचाने में मदद करते हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।
गेहूं को सेफ रखने के लिए लें प्याज का सहारा
गेहूं को सुरक्षित रखने के लिए उस में प्याज भी मिलाया जा सकता है। 1 क्ंिवटल गेहूं में आधा किलो प्याज मिलाएं। सब से पहले प्याज को नीचे रखें और फिर बीच में। इसके बाद सब से ऊपर रखें। इससे कीड़े नहीं आएंगे।
साबुत मसालों का लें सहारा
आटे और चावल को कीड़ों से बचाने के लिए साबूत लालमिर्च और साबूत नमक डब्बे में डाल दें। खाने वाले नमक के टुकड़ों को भी कौटन के कपड़े में बांध कर गेहूं में ऊपरनीचे लेयर बना कर रख दें। वैसे 100 किलोग्राम गेहूं में 1 किलो भूसा मिला कर रखने से भी वह कीट व कीटाणुओं से बचा रहता है, लेकिन बाद में गेहूं साफ करने में मेहनत करनी पड़ेगी। इसलिए सोचसमझ कर ही भूसा मिला कर रखें।
ऐसे बचाएं गेहूं को खराब होने से
घरेलू प्रयोग के लोहे की टंकी आदि में गेहूं को सुरक्षित रखने के लिए टंकी में 1 क्विंटल गेहूं रखते समय तीलियों से भरी एक माचिस तली में, दूसरी मध्य में तथा तीसरी सब से ऊपर रखनी चाहिए। 1 किलोग्राम नीम की पत्तियों को छाया में सुखा कर भंडारण करने से पहले टंकी की तली में बिछाने से भी गेहूं खराब नहीं होगा।
चावल को रखें नीम से सेफ
चावल को स्टोर करने के लिए पहले नीम की पत्तियों को छाया में सुखा लें और फिर कंटेनर में नीचे रख दें और फिर चावल भर कर उस के ऊपर और पत्तियां रख दें। इस से कीड़े होने की संभावना कम होती है और अगर कीड़े होते भी हैं तो इन पत्तियों के सेवन से मर जाते हैं।
दालों को बचाने के लिए करें सरसों के तेल का इस्तेमाल
चने, छोलों और गेहूं को धूप में सुखाया जा सकता है, लेकिन चावल को धूप में न सुखाएं वरना वह खराब हो जाएगा। दाल को 2 या 3 महीने के लिए स्टोर करने के लिए उस पर सरसों के तेल की मालिश करें यानी हलके हाथों से हल्का सा सरसों का तेल दाल पर लगा दें और फिर धूप में सुखा कर दाल भरें। इस से वह साफ रहेगी।
ऐसे रखें दालों को सेफ
चना व दालों को ढोरों से सुरक्षित रखने के लिए अनाज के ऊपर 3 इंच मोटी रेत की परत बनाएं। लेकिन बाद में खाने के लिए इस का प्रयोग करते समय इसे अच्छी तरह साफ कर लें ताकि सारी रेत निकल जाए। इसी तरह राजमा, छोले पर भी सरसों का तेल लगा कर धूप में सुखाने के बाद भरने से वे सुरसुरियों जैसे कीड़ों से बचे रहते हैं। इस के अलावा 100 किलोग्राम चने में 1 किलोग्राम नीम की निंबोली मिलाने से भी वे सुरक्षित रहेंगे।