Holi Special 2019: कहीं हो तो नहीं रहा आपके साथ धोखा, होली के रंग खरीदते समय बरते ये सावधानियाँ

होली का त्यौहार आ चुका है और सभी इसकी तैयारियों में लगे हुए हैं, खासतौर से सबसे जरूरी काम होता है होली के रंग खरीदना। जी हाँ, होली प्राकृतिक रंगों से खेली जानी चाहिए जो बिना केमिकल के हो। लेकिन दुकान से प्राकृतिक रंग खरीदते समय कहीं आपके साथ धोखा ना हो जाए इसके लिए जरूरी है कुछ सावधानियाँ बरती जाए और धोखा खाने से बचा जाए। तो आइये जानते है रंग खरीदते समय बरती जाने वाली उन सावधानियों के बारे में...

- पैकेट पर भले ही नैचरल लिखा हो लेकिन उसके इन्ग्रीडियेंट्स जरूर चेक करें जिससे यह साफ हो जाएगा कि उस कलर में कहीं कोई केमिकल तो नहीं मिला है।

- कुछ सालों से नैचरल कलर का चलन बढ़ा है, ऐसे में आयुर्वेदिक ब्रैंड्स भी होली के पर्व पर मार्केट में ऑर्गेनिक कलर्स की सप्लाई करते हैं। यदि ब्रैंड नामी है तो रंग नैचरल होने के साथ ही अच्छी क्वालिटी का भी होगा।

- कुछ नैचरल कॉस्मेटिक कंपनियां भी होली के अवसर पर रंग बनाती हैं, जो मार्केट में आसानी से खरीदे जा सकते हैं।

- रंग के पैकेट पर देखें कि उस पर ऑर्गेनिक होने का सर्टिफिकेट है या नहीं। यदि उस पर इसकी सील या सर्टिफिकेट है तो उसे आप खरीद सकते हैं।

- ऑनलाइन भी नैचरल कलर्स आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। बस ध्यान रहे कि ब्रैंड और उससे जुड़ी अन्य जानकारी आप ध्यान से पढ़ लें।

- डिस्काउंट के चक्कर में पड़कर कहीं पुराने रंग न खरीद लें। कलर भले ही 100 प्रतिशत नैचरल हो, लेकिन वह अगर बहुत पुराना है तो आपकी स्किन को नुकसान पहुंचा सकता है।

- रंग लेने के बाद दुकानदार से बिल जरूर लें। यदि वह किसी तरह आपको नैचरल कलर के नाम पर केमिकल युक्त रंग बेचने में सफल हो जाता है और आपको इसका बाद में एहसास होता है तो बिल के आधार पर उस कलर को वापस कर सकते हैं।