वर्तमान समय में ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में कई लोग मिलावटी चीजों की बिक्री कर रहे हैं और लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जी हाँ, आज के समय में हमारे द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कई आहार ऐसे हैं जिनको देखकर पता ही नहीं लगाया जा सकता है कि ये मिलावटी हैं। ऐसे में सावधानी बरतते हुए और अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए आपको अपने स्तर पर इसकी जांच करने की जरूरत होती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे टिप्स लेकर आए हैं जिनकी मदद से किचन में रखी इन चीजों की शुद्धता की जांच आसानी से की जा सकती हैं। तो आइये जानते हैं इन तरीकों के बारे में।
शहद शहद में चीनी के घोल की मिलावट की जाती हैं। जांच के लिए एक रुई का टुकड़ा लें, इस शहद में डुबाएं। अगर शहद असली होगा तो यह रुई जलाने पर आसानी से जल जाएगी। वहीं अगर इसमें चीनी का घोल घुला हुआ तो यह आसानी से नही जलेगी।
दूध
दूध में डिटर्जेंट व यूरिया की मिलावट की जाती हैं। जांच के लिए पोटाशियम कार्बेनाइट की 5 से 6 बूंद से अगर लाल रंग आता है तो समझ ले दूध में यूरिया मिला हैं। वहीं 10 मिली दूध में इतना ही पानी मिलाएं अगर इसमें झाग आता है तो इस दूध में डिटर्जेंट मिल हुआ है।
धनिया पाउडर
इसमें चोकर और लकड़ी के बुरादे की मिलावट की जाती हैं। जांच के लिए धानिया पाउडर पर पानी का छींटा मारें, इससे इसमें पाए जाने वाला चोकर व लकड़ी का बुरादा नीचे बैठ जाएगा।
मिर्ची पाउडर
इसमें ईट का बुरादा और नमककी मिलावट की जाती हैं। जांच के लिए एक गिलास पानी में एक टी स्पून लाल मिर्च मिलाए। अगर ये पानी में घुल कर पानी को रंगीन कर देता है तो इसका मतलब यह है कि इसमें मिलवट हैं।
खोया व पनीर
खोया व पनीर में स्टार्च की मिलावट की जाती हैं। जांच के लिए खोए व पनीर को थोड़े से पानी में उबाले फिर इसे ठंडो होने दें। ठंडा होने पर इसमें आयोडिन के घोल की एक बूंद मिलाएं। अगर ये बूंद डालने पर नील रंग सामने आता है तो इसका मतलब आपके खोए में स्टार्च की मिलावट की गई हैं।